तमिल पत्रिका ‘तुगलक' की शुरुआत करनेवाले और उसके संपादक रहे मशहूर पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक ‘चो रामास्वामी' (श्रीनिवास अय्यर रामास्वामी) का कल सुबह चेन्नई के अस्पताल में निधन पत्रकारिता जैसे जिम्मेवार जगत के लिए एक बड़ा नुकसान है. जाहिर है, इस दौर में इस नुकसान की भरपाई बहुत मुश्किल है. चो रामास्वामी की शख्सीयत सिर्फ एक पत्रकार या संपादक तक सीमित नहीं थी, बल्कि बहुमुखी प्रतिभा के स्तर पर उनके...
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'क्या नोटबंदी ने एक नए भ्रष्टाचार को जन्म दिया?'--- क़मर वहीद नक़वी
नोटबंदी में देश क़तारबंद है. आज एक महीना हो गया. बैंकों और एटीएम के सामने क़तारें बदस्तूर हैं. जहाँ लाइन न दिखे, समझ लीजिए कि वहाँ नक़दी नहीं है! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि बस पचास दिन की तकलीफ़ है. तीस दिन तो निकल गए. बीस दिन बाद क्या हालात पहले की तरह सामान्य हो जायेंगे? क्या लाइनें ख़त्म हो जाएंगी? और क्या 30 दिसंबर के बाद जवाब मिल जाएगा...
More »नोटबंदी के एक महीने का सच-- कन्हैया सिंह
आठ नवंबर को शुरू हुए 500 व 1000 रुपये के नोटों के डीमॉनेटाइजेशन (जिसे आम भाषा में नोटबंदी कहा जा रहा है) के बाद से देश में जो हो रहा है, उसका विश्लेषण काफी कठिन है। यही वजह है कि हर अर्थशास्त्री इसे अलग ढंग से देख रहा है। इसके नतीजों का आकलन अलग ढंग से कर रहा है। ऐसे मौकों पर हर अर्थशास्त्री अपने ‘परसेप्शन' और ‘स्पैक्यूलेशन' यानी अपनी...
More »दो किलोमीटर तक सड़क पर बिछा दिया टमाटर
पत्थलगांव. टमाटर की फसल का उचित मूल्य न मिलने से नाराज किसानों ने हजारों क्ंिवटल टमाटर राष्ट्रीय राजमार्ग के तीनों मार्गों पर बिछाकर चार घंटे से भी अधिक समय तक चक्काजाम कर दिया. ऐसा पहली बार हुआ जब कृषकों ने भार के अलावा ट्रैक्टरों में भी भरकर लाए टमाटरों को इस तरह बर्बाद किया है. सड़क पर टमाटर फेंके जाने के कारण कई वाहन उस पर से गुजरते चले...
More »1.42 लाख किसानों को सब्सिडी मिलना है बाकी
पटना : राज्य में खरीफ फसल के लिए मिलने वाली डीजल सब्सिडी का भुगतान किसानों को अब तक नहीं मिल पाया है. जबकि, रबी फसल के मक्का, तेलहन और दलहन की खेती का समय पूरा हो चुका है. अब दिसंबर के अंत तक सिर्फ गेहूं की खेती ही बाकी रह गयी है. राज्य के 33 जिलों में कम बारिश के बाद राज्य सरकार ने किसानों को खरीफ फसल बचाने...
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