सूबे के विकास का नक्शा तैयार कर रहे झारखंड के मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा का अपना गांव बदहाल है.जीएस सिंह के साथ अनुपमा की रिपोर्ट सरायकेला-खरसावां. झारखंड और देश के बाहर इस इलाके की पहचान प्रसिद्ध छउ नृत्य कला के लिए है. यहां के छउ नृत्य गुरु पद्मश्री केदार साहू की ख्याति दुनिया भर में हुई. लेकिन अब सरायकेला-खरसांवा की एक और पहचान भी है. यह राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा...
More »SEARCH RESULT
राजस्थान: तीन माह में भरे जायेंगे 50 हजार शिक्षकों के पद
जयपुर.शिक्षा मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने कहा है कि राज्य में अगले तीन माह में शिक्षकों के 50 हजार खाली पदों पर नियुक्तियां कर दी जाएंगी। उन्होंने शिक्षा के अधिकार कानून के तहत जन-जागरूकता और सामुदायिक प्रयासों को बढ़ावा देने के मकसद से प्रधानमंत्री द्वारा आगामी 11 नवंबर से शुरू किए जा रहे ‘शिक्षा का हक’ राष्ट्रीय अभियान की सफलता के लिए प्रदेश की ओर से पूरे समर्थन का भरोसा दिलाया है।...
More »जिला स्तर पर तैयार होगी 41 हजार थर्ड ग्रेड शिक्षकों की मैरिट
राज्य सरकार की तीन माह में भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की तैयारी। जिलों को आबंटित पदों के अनुसार बनेगी लिस्ट। जयपुर। राज्य सरकार ने प्रारंभिक शिक्षा में होने वाली 41 हजार थर्ड ग्रेड शिक्षकों की भर्ती की मैरिट जिला स्तर पर बनाने का फैसला किया है। पहले प्रदेशभर की एक ही मेरिट सूची तैयार करने की योजना थी। शिक्षा विभाग की ओर से पंचायतीराज विभाग को सौंपे जाने वाले रोस्टर के...
More »पारा शिक्षकों का बेमियादी अनशन खत्म
रांची वरीय संवाददाता। नियमावली बनाने समेत अन्य मांग को लेकर पारा शिक्षकों का बेमियादी धरना-अनशन पहले दिन ही मंत्री के आश्वासन के बाद खत्म हो गया। पारा शिक्षकों ने सोमवार को मंत्री आवास के सामने अनशन-धरना पर बैठे। धरना में पहुंचे विधायक केके भगत, जगन्नाथ महतो, उमाकांत रजक ने पारा शिक्षकों की मांग को जायज बताया। वार्ता में शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम ने कहा कि 12 अक्टूबर को पारा शिक्षकों के...
More »बीमार व्यवस्था में पिसते गरीब-- सुभाष चंद्र कुशवाहा
आज शिक्षा और स्वास्थ्य के व्यावसायीकरण के चलते गरीबों का जीना दूभर होता जा रहा है। आए दिन महंगी शिक्षा का खर्च वहन न कर पाने के कारण गरीब छात्र व्यावसायिक शिक्षा से वंचित हो रहे हैं और हताशा में खुदकुशी कर रहे हैं। इसी तरह अस्पतालों का खर्च न उठा पाने के चलते गरीब असमय मरने को मजबूर हो रहे हैं। दुखद है कि आम लोगों को शिक्षा और...
More »