SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 651

कहीं विलुप्त ना हो जाए आदिवासी संस्कृति

नई दिल्ली। अरविंद जयतिलक संयुक्त राष्ट्र संघ की द स्टेट आफ द व‌र्ल्ड्स इंडीजीनस पीपुल्स नामक रिपोर्ट में कहा गया है कि मूलवंशी और आदिम जनजातिया पूरे विश्व में अपनी संपदा, संसाधन और जमीन से वंचित व विस्थापित होकर विलुप्त होने के कगार पर हैं। रिपोर्ट में भारत के झारखंड राज्य की चर्चा करते हुए कहा गया है कि यहा चल रहे खनन कार्य के कारण विस्थापित हुए संथाल जनजाति के हजारों परिवारों को आज...

More »

उत्ताराखंड में ग्रीन सेस की तैयारी

देहरादून। उत्ताराखंड में अब निजी वाहनों पर ग्रीन सेस लगाने की तैयारी चल रही है। यह शुल्क रजिस्ट्रेशन के वक्त वसूला जाएगा। सार्वजनिक वाहनों को इससे दूर रखने की योजना है। परिवहन विभाग स्थित सूत्रों के अनुसार निजी वाहनों की बढ़ती संख्या पर ब्रेक लगाने, सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को मजबूती देने के साथ ही पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ग्रीन सेस लगाने की योजना पर विचार किया जा रहा है। इसे...

More »

तीन सियासतों के बीच में फंसा एक बुंदेलखंड

नई दिल्ली [सुरेंद्र प्रसाद सिंह]। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के एक दर्जन से अधिक जिलों में फैला बुंदेलखंड एक क्षेत्र है। पूरा इलाका गरीबी, बेरोजगारी, पलायन, सूखा, अकाल जैसी समस्याओं से भी समान रूप से जूझ रहा है। लेकिन इस क्षेत्र को इन समस्याओं से मुक्ति देने की कोशिश करने के बजाय सियासी सूरमा अपनी-अपनी सियासत चमकाने में लगे हैं। सियासत भी एक तरफा नहीं बल्कि तीन तरफा। यकीन नहीं तो उत्तर प्रदेश के...

More »

मधुमेह मरीजों के लिए बीजा का गिलास रामबाण

मुरैना [मप्र]। चंबल के बीहड़ों में प्रचुर मात्रा में पाई जानेवाली 'बीजा' की लकड़ी से बने गिलास के पानी को मधुमेह पीड़ित मरीजों के लिए रामबाण औषधि होने का दावा किया जा रहा है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि बीजा की लकड़ी से बने गिलास में पानी भरकर रात भर रखा जाता है और फिर सुबह उसका लगातार सेवन करते रहने से मधुमेह पीड़ित मरीज को काफी राहत मिल जाती है। बीजा...

More »

अमीरी-गरीबी के बीच बढ़ता फासला

नई दिल्ली [निरंकार सिंह]। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि 11वीं योजना के अंत तक नौ फीसदी और 12वीं पंचवर्षीय योजना में 10 फीसदी विकास दर का लक्ष्य होना चाहिए। इसके साथ यह भी सुनिश्चित करना होगा कि इसका फायदा समाज के हर वर्ग को मिले। इनकी सरकार लगातार समावेशी विकास के दावे कर रही है, लेकिन उसने विकास के उन तौर तरीकों को अपनाया है, जिससे समाज में विषमता बढ़ गई है। अमीरी और...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close