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तीन बाल मजदूरों को किया परिजनों के हवाले

डीसी परमजीत सिंह की हिदायतों पर बाल मजदूरी को खत्म करने के लिए बुधवार को लेबर इंस्पेक्टर के नेतृत्व म ंगिद्दड़बाहा शहर के होटल, ढाबों व रेस्टोरेट, घरों व चाय की दुकानों पर छापेमारी की गई। विभिन्न स्थानों से तीन बाल मजदूरों को छुड़ाकर उनके परिजनों को सौंपा गया। लेबर इंस्पेक्टर केवल कृष्ण ने बताया कि शहर के बस स्टैड, प्योरी रोड, मेन बाजार आदि क्षेत्रों मे छापामारी में तीन बाल...

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महज 125 रूपये के लिए यहां बैल बन रहे लोग

रांची.झारखंड की राजधानी रांची से 25 किमी दूर कतरपा गांव। पारा 42-43 डिग्री। खेत सूख गए। कुएं का पानी भी। भरी दोपहर में सफेद साड़ी पहने 65 साल की फूलचीभी देवी अन्य महिलाओं के साथ एक निजी कुआं गहरा करने में जुटी हैं। दो जून की रोटी जो चाहिए। सरकारी योजनाओं की विफलता का जीता-जागता उदाहरण। कहती हैं अंगूठा तो कई जगह लगवाया, लेकिन आज तक पैसा नहीं मिला। कोई कह गया...

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मृत्यु भोज में हुई शादी, बसने से पहले उजड़ गई गुड्डी की दुनिया!

बाल विवाह के दुष्परिणाम बचपन की शादी नकारने का मारवाड़ में दो माह में तीसरा मामला सामने आया है। ताजा प्रकरण सालवा कलां के राजेंद्र व गुड्डी का है। राजेंद्र ने गुड्डी के साथ हुए बालविवाह को मानने से इनकार कर दिया है। भास्कर ने सालवा कलां जाकर दोनों परिवारों की मनोस्थिति जानी। सालवा कलां से लौटकर निशी पालसिंह बचपन में गुड्डे-गुड़िया के खेल की तर्ज पर ब्याही गुड्डी का...

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बुजुर्गों के लिए इज्जत की जिन्दगी -आईए, एक अभियान का हिस्सा बनें

बुजुर्गों की जीवन-संध्या पूरी गरिमा और बिना किसी अभाव के बीते- यह हर सभ्य समाज का नैतिक दायित्व है। बुजुर्गों के प्रति इसी दायित्व-भाव से पेंशन परिषद् दिल्ली में जन्तर-मन्तर पर अगामी 7 मई से 11 मई(2012) तक एक अभियान के तहत धरने का आयोजन कर रहा है। धरने के आयोजन के पीछे मकसद एकदम सरल और सहज है, और इस मकसद को पूरा करने का वक्त अब आ चुका है। आगे की पंक्तियों को...

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आखिर कब पूरा होगा बाल मजदूर मुक्त समाज का सपना

नई दिल्ली। एक मई देश की उत्साहजनक विकास दर और शहरीकरण के बीच लाखों बच्चे अपने बचपन को भूल दयनीय स्थिति में मजदूरी करने को विवश हो रहे है। कई गैर सरकारी संगठन इस काम में जुटे हुए है कि बाल मजदूरी से देश व समाज को जल्द से जल्द मुक्त किया जा सकें। तमाम सरकारी नीतियों और गैर सरकारी प्रयासों के बावजूद बाल मजदूरों की संख्या में इजाफा होता...

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