पटना। जनसंख्या नियंत्रण के सबसे अहम उपायों में से एक है महिला बंध्याकरण और दूसरा पुरुष नसबंदी। शिशु जन्म की पूरी प्रक्रिया में महिला की भागीदारी ज्यादा होने से उनकी समस्याएं भी अधिक होती हैं, इसलिए इससे निजात के लिए वे बंध्याकरण के प्रति ज्यादा उत्साह दिखाती हैं, लेकिन पुरुष इसमें पीछे हैं। पुरुष अब भी इस गलत और अवैज्ञानिक धारणा के शिकार हैं कि नसबंदी होने पर वे अपनी मर्दानगी [यौन क्षमता] खो बैठेंगे...
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जंगल से कटकर सूख गये मालधारी- शिरीष खरे
एशियाई शेरों के सुरक्षित घर कहे जाने वाले गिर अभयारण्य में बरसों पहले मालधारियों का भी घर था. ‘माल’ यानी संपति यानी पशुधन और ‘धारी’ का मतलब ‘संभालने वाले’. इस तरह पशुओं को संभाल कर, पाल कर मालधारी अपनी आजीविका चलाते थे. एक दिन पता चला कि अब इस इलाके में केवल शेर रहेंगे. फिर धीरे-धीरे मालधारियों को उनकी जड़ों से उखाड़कर फेंकने का सिलसिला शुरु हुआ. जंगल में मालधारी आज की...
More »विजिलेंस की सूची में 100 अफसर भ्रष्ट
शिमला : स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो प्रदेश में भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ शिकंजा कसने जा रहा है। इस मुहिम के तहत विजिलेंस विभाग ऑफिसर डाउट फुल इंटीग्रिटी (ओडीआई) लिस्ट तैयार कर रहा है। ओडीआई लिस्ट में इस तरह के अधिकारियों को शामिल किया जा रहा जिनके खिलाफ विभाग को लगातार भ्रष्टाचार और घूसखोरी की शिकायतें मिल रही हैं। विभागीय सूत्रों के मुताबिक इस लिस्ट में कई आला अधिकारियों के नाम भी शामिल हैं। इस...
More »आयरन की गोलियां खाने से 39 बच्चों की तबीयत बिगड़ी
रतिया (फतेहाबाद), संवाद सूत्र: स्वास्थ्य विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों के बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के खिलाई जाने वाली आयरन की गोलियों ने चार स्कूलों के बच्चों का स्वास्थ्य बिगड़ दिया। इन गोलियों के सेवन से 39 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। इस कारण स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। प्रशासन ने डाक्टरों की टीमें तैयार कर बच्चों का चेकअप करने तुरंत मौके पर भेजी। जानकारी केअनुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों में खून व आयरन...
More »फिर कैसे बना प्रदेश बीमारू राज्य
भोपाल। मप्र को बीमारू राज्य कहने वालों को इस विषय पर दोबारा सोचने की जरूरत है। कारण प्रदेश में हर साल बढ़ते करोड़पति व्यापारियों के अलावा नेताओं, अफसरों और उद्योगपतियों के यहां से मिल रही करोड़ों की अनुपातहीन संपति को देखकर नहीं लगता कि प्रदेश बीमारू राज्य है। आयकर विभाग के छापों ने प्रदेश के कई लोगों की पोल खोल दी है। पिछले तीन साल में ही आयकर छापों में करीब छह सौ करोड़...
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