केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने कहा कि इसका कोई आंकड़ा नहीं है कि सम-विषम योजना से वाहनों से उपजने वाले प्रदूषण में कमी आई है। बोर्ड ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण को सूचित किया कि प्रदूषण में उतार-चढ़ाव की वजह मौसम और हवा के रूख की वजह से हैं। हरित अधिकरण ने शीर्ष प्रदूषण निगरानी निकाय से यह जानकारी मिलने पर कारों को लेकर सम-विषम योजना का दूसरा चरण लागू करने...
More »SEARCH RESULT
देश के हाईकोर्ट में इंसाफ की कछुआ चाल !
क्या कभी आपने दिल में यह ख्याल आया कि आजाद हिन्दुस्तान के किसी हाईकोर्ट में सबसे ज्यादा दिनों से चल रहा मुकदमा कौन सा है ? अगर आप सोचते हैं कि 2014 में अपनी सुनवाई के 20 साल पूरा करने वाला अपहरण और हत्या से संबंधित मुकदमा जिसमें पंजाब के पूर्व डीजीपी एस एस सैनी समेत तीन अन्य पुलिस अधिकारी अभियुक्त हैं आजाद भारत का सबसे लंबा चला मुकदमा हैं तो एक बार...
More »विश्व-व्यापार और भारत- संदीप मानुधने
सन् 1980 के पश्चात पूरे विश्व में उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण की ऐसी आंधी चली कि विश्व-व्यापार के सभी मानकों व मापदडों में आमूल-चूल परिवर्तन हो गया. अब किसी भी देश को यदि समृद्ध बनना था, तो यह न केवल महत्वपूर्ण था वरन अत्यावश्यक भी कि आप अपनी अर्थव्यवस्था को विश्व के साथ जोड़ें. इस हेतु भारत ने अनेक स्थानीय व्यवस्थाओं व विनियमनों में भारी परिवर्तन किये. यह अलग बात...
More »जननि सुरक्षा- आखिर किधर जा रहा है समाज
चिंता : शहरों में सबसे ज्यादा गर्भपात 20 वर्ष से कम आयुवर्ग की लड़कियों में मां बनना शायद दुनिया की सबसे अद्भुत नैसर्गिक प्रक्रिया है, साथ में सबसे सुखद एहसास भी. जन्म देने का जिम्मा प्रकृति ने एक औरत को शायद इसीलिए दिया है, िक इस काम के लिए जो साहस और कोमलता चाहिए, वह सिर्फ औरत में ही हो सकती है. तमाम कष्टों के बावजूद एक औरत को सबसे ज्यादा...
More »एक करोड़ पेड़ लगानेवाले धरतीपुत्र
तेलंगाना की हजारों मील भूमि को हरा-भरा बना चुके हैं दरिपल्ली रमैया यह कहानी है सच्चे पर्यावरणप्रेमी, 68 वर्षीय दरिपल्ली रमैया की, जो पेड़ों को बचाने के लिए अपनी जेब में बीज और साइकिल पर पौधे रख कर तेलंगाना के खम्मम जिले में रोज मीलों लंबा सफर तय करते हैं. इन्होंने अपना पूरा जीवन एक ही लक्ष्य के पीछे लगा दिया, यह लक्ष्य था - ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाना और...
More »