जनसत्ता 26 अक्टुबर, 2012: भारत समेत दुनिया के सामने दो सबसे अहम समस्याएं भुखमरी और जलवायु संकट हैं। ये दोनों ऐसे मुद्दे हैं जिनसे न केवल मानवता के भविष्य बल्कि पूरे जीव-जगत और अंतत: दुनिया के अस्तित्व का प्रश्न जुड़ा हुआ है। विश्व भर में इन मुद्दों पर खासी चर्चा और चिंताएं भी हैं। लेकिन इनसे निपटने के लिए जो उपाय सामने आ रहे हैं उनमें न तो मुकम्मलपन दिखता है और...
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खराब भोजन खाने से पांच बच्चियां बीमार
भागलपुर: खराब भोजन व दूषित पानी दिये जाने की वजह से कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, सबौर की पांच बच्चियां बीमार पड़ गयीं हैं. फूड प्वाइजनिंग की वजह से लगातार उल्टी करने के कारण सोमवार रात 9.45 बजे उन्हें सबौर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भरती कराया गया है. देर रात तक उनका इलाज किया जा रहा था. चिकित्सा पदाधिकारी डॉ परवेज अख्तर ने बताया कि बच्चियों की स्थिति पूरी तरह सामान्य...
More »गेहूं का उत्पादन घटाइए- भरत झुनझुनवाला
गत वर्ष गेहूं का रिकार्ड उत्पादन हुआ था. पूर्व के स्टॉक भी पर्याप्त मात्र में उपलब्ध थे. इस परिस्थिति में सरकार ने 2011 में गेहूं के निर्यात की स्वीकृति दे दी थी. कुछ निर्यात हुए भी हैं. गेहूं का उत्पादन हमारी जरूरतों से ज्यादा है. इस असंतुलन को ठीक करने के दो उपाय हैं. एक यह कि गेहूं की खपत अथवा निर्यात बढ़ाया जाये. दूसरा यह कि गेहूं का उत्पादन घटाया...
More »संपूर्ण सत्याग्रह का अर्थ- श्री भगवान सिंह
जनसत्ता 2 अक्टुबर, 2012: महात्मा गांधी ने दुनिया को कोई नया वाद या सिद्धांत देने का दावा नहीं किया। उन्होंने तो अपने आचरण से वह मार्ग दिखाया जिस पर चल कर समस्त प्राणियों की हित-साधना की जा सकती है। इसीलिए उन्होंने कहा कि ‘मेरा जीवन ही संदेश है।’ तब प्रश्न यह आता है कि इस संदेश या मार्ग को किन शब्दों के सहारे समझा जाए? जहां तक मैंने समझा है,...
More »प्रधान ने बेच दिया मध्यान्ह भोजन का चावल
दुर्गूकोंदल. मिडिल स्कूल मेड़ों में प्रधान पाठक द्वारा मध्यांह भोजन चावल बेचने को लेकर हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। संबंधित शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश है। मामले की जांच करते खंड शिक्षा अधिकारी ने जांच प्रतिवेदन सहायक आयुक्त और जिला शिक्षा अधिकारी को भेज...
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