बुजुर्गों की जीवन-संध्या पूरी गरिमा और बिना किसी अभाव के बीते- यह हर सभ्य समाज का नैतिक दायित्व है। बुजुर्गों के प्रति इसी दायित्व-भाव से पेंशन परिषद् दिल्ली में जन्तर-मन्तर पर अगामी 7 मई से 11 मई(2012) तक एक अभियान के तहत धरने का आयोजन कर रहा है। धरने के आयोजन के पीछे मकसद एकदम सरल और सहज है, और इस मकसद को पूरा करने का वक्त अब आ चुका है। आगे की पंक्तियों को...
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इंडिया और भारत के उपभोक्ता- मृणाल पांडेय
उपभोक्तावाद पर कई बेदिमाग टिप्पणियों से यह भी साफ झलकता है कि कई महानगरीय लेखकों की नजर अहं भरी है। उनकी राय है कि गांव या कसबे का बेचारा मनई पूरी तरह बाजार के हाथों की कठपुतली बन नाच रहा है। शहरी बड़े भैया लोगों का यह तर्क आगे जाकर शहरों, खासकर बड़े शहरों के उपभोक्ता को एक अनैतिक उपभोगवादी बाजार बंधु और ग्रामीण मजूर किसानों का खतरनाक वर्ग शत्रु...
More »घर से चलें, गंगा भरें जनांदोलन में उमड़े ग्रामीण
वाराणसी। गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत आदर्श भारतीय संघ (आभास) और शहीद भगत सिंह यूथ ब्रिगेड के घर से चलें, गंगा भरें जनांदोलन में ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। मंडुवाडीह थाने के पास से हजारों लोगों ने बर्तनों में जल लेकर नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला और दशाश्वमेध घाट पर उस जल से गंगा नदी को भरा गया। इस दौरान निर्णायक आंदोलन का संकल्प...
More »मिन्नत गई बेकार, नहीं घूमने दी दलित की बारात
उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में कुछ दबंगों ने दलित परिवार की बारात गांव में नहीं घूमने दी। मामला सहसवान थाना क्षेत्र के गांव सुल्तानपुर का है। दुल्हन की विधवा मां ने बारात निकालने का विरोध कर रहे लोगों की मिन्नत की लेकिन वे अपनी बात पर अड़े रहे। इसी बात पर दोनों पक्षों में नोकझोंक भी हुई। तनाव की सूचना पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का अमला गांव पहुंचा और...
More »राजा ने लूटी रंकों की रोटी- आशीष खेतान(तहलका, हिन्दी)
सपा की पिछली सरकार में खाद्य और आपूर्ति विभाग के मंत्री रहे राजा भैया ने जन वितरण प्रणाली में घोटाले के जरिए 100 करोड़ रुपये बनाए. वे एक बार फिर से उसी विभाग के मंत्री हैं. उनके कारनामों को आशीष खेतान उजागर कर रहे हैं यह किसी केंद्रीय मंत्री और बड़े औद्योगिक घराने के बीच हुए अनैतिक लेन-देन की कहानी नहीं है. यह कहानी है हमारे समाज के सबसे वंचित और शोषित तबके...
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