नई दिल्ली। लोकपाल विधेयक पिछले 40 साल से संसद में पारित नहीं हो सका है और राजनीतिक पार्टियां इसके लिए एक दूसरे पर दोषारोपण कर रही हैं। कर्नाटक के मशहूर लोकायुक्त एन संतोष हेगड़े द्वारा वहां की सरकार पर भ्रष्टाचार से लड़ाई के लिए बनी संस्था के साथ सहयोग नहीं करने के मुद्दे पर इस्तीफा देने से एक बार फिर यह विधेयक सुर्खियों में आया है। लोकसभा में आठ बार के...
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विद्रोह के केंद्र में दिन और रातें
जाने-माने मानवाधिकार कार्यकर्ता और ईपीडब्ल्यू के सलाहकार संपादक गौतम नवलखा तथा स्वीडिश पत्रकार जॉन मिर्डल कुछ समय पहले भारत में माओवाद के प्रभाव वाले इलाकों में गए थे, जिसके दौरान उन्होंने भाकपा माओवादी के महासचिव गणपति से भी मुलाकात की थी. इस यात्रा से लौटने के बाद गौतम ने यह लंबा आलेख लिखा है, जिसमें वे न सिर्फ ऑपरेशन ग्रीन हंट के निहितार्थों की गहराई से पड़ताल करते हैं, बल्कि माओवादी...
More »गांठ बांध लिया सादगी का मंत्र
तरनतारन [लुधियाना],[धर्मवीर मल्हार]। आज की नई पीढ़ी से अगर किसी राजनेता की बात की जाए तो उसकेजेहन में क्या छवि उभरेगी। यही ना, साफ-शफ्फाक लंबा कुर्ता-पायजामा, हाथ में ब्लैकबेरी फोन, अगल-बगल में एक दो गनर और नीचे कोई लंबी सी चमचमाती कार। लेकिन इसकेठीक उलट अगर आप तरनतारन जिले के गाव तुड़ की गलियों में पुरानी सी साइकिल पर आते-जाते और हाथ में फावड़ा-कुदाल लिए तरलोचन सिंह तुड़ को देखें तो...
More »ऐसा ही रहा तो मुश्किल होगी बहू की तलाश
पटना अब भी न चेते तो एक समय ऐसा आएगा, जब बहू के साथ मोटा दहेज पाना तो दूर, उसकी तलाश में पापड़ बेलने पड़ेंगे। यह किसी समाजशास्त्री की भविष्यवाणी नहीं, बल्कि जिले की ताजा मतदाता सूची से निकली तथ्यपरक चेतावनी है। पुरुष वोटरों की अपेक्षा महिला मतदाताओं की घटती संख्या बिगड़ते पुरुष-स्त्री अनुपात की तरफ इशारा कर रही है। नगरीय क्षेत्र में साक्षरता और जागरूकता...
More »इन्हें नहीं मालूम 'पेड न्यूज' क्या है
नई दिल्ली. पैसे लेकर विज्ञापन को खबर की तरह छापने की शिकायत के बावजूद भी चुनाव आयोग पेड न्यूज से पूरी तरह अनजान बना हुआ है। आयोग को अभी तक यह मालूम नहीं पड़ पाया है कि आखिर पेड न्यूज किस खेत की मूली है। सबसे मजेदार बात यह है कि आरटीआई के अंतर्गत चुनाव आयोग ने भारतीय प्रेस परिषद को बकायदा एक लेटर लिखकर पेड न्यूज के बारे में सारी जानकारी मांगी है।...
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