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पुनर्नवा से बढ़ेगा खून, चूली से बनेगी हेल्थ ड्रिंक वाइन

हमीरपुर. हिमाचल में महिलाओं में खून की काफी कमी पाई जाती है। यह बात एनीमिया जांच शिविरों से साबित हो चुकी है। खून की इस कमी को अब औषधीय पौधा पुनर्नवा दूर करेगा। हर्बल गार्डन नेरी में इस प्लांट को बड़े स्तर पर उगा कर इसे घरों में लगाने के लिए लोगों को उपलब्ध करवाया जाएगा। लोअर हिमाचल में इस पौधे के लिए उपयुक्त जलवायु है। वेस्टलैंड और कम पानी में भी कामयाब पुनर्नवा बहुवर्षीय औषधीय...

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मधुमेह मरीजों के लिए बीजा का गिलास रामबाण

मुरैना [मप्र]। चंबल के बीहड़ों में प्रचुर मात्रा में पाई जानेवाली 'बीजा' की लकड़ी से बने गिलास के पानी को मधुमेह पीड़ित मरीजों के लिए रामबाण औषधि होने का दावा किया जा रहा है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि बीजा की लकड़ी से बने गिलास में पानी भरकर रात भर रखा जाता है और फिर सुबह उसका लगातार सेवन करते रहने से मधुमेह पीड़ित मरीज को काफी राहत मिल जाती है। बीजा...

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औषधीय फल खरीदेगी सरकार

शिमला.प्रदेश सरकार किसानों से औषधियों की खरीद करेगी। इसके लिए कृषि विभाग ने 37 औषधीय और सुगंधित पौधों की प्रजातियां घोषित की है। मेडिसन प्लॉट बोर्ड किसानों के खेत से औषधीय उत्पाद को खरीद कर बाजार में ले जाएगा। दाम प्राप्त करने के लिए किसानों को कहीं भटकना नहीं पड़ेगा। बदहाली से गुजर रहे किसान को सहारा देने के लिए सरकार ने औषधीय पौधों के उत्पादन को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है। अभी...

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साकार होने को है हर्बल पार्क का सपना

पटना। पटना में आईजीआईएमएस परिसर में बन रहे हर्बल पार्क के निर्माण कार्य में तेजी आ गई है। संस्थान के अभियंत्रण विभाग ने पार्क के लिए मुख्य सड़क के पूर्व व पश्चिम में प्रस्तावित 3.5 एकड़ जमीन के चारों ओर दीवारें उठाने तथा मिट्टी डालने का काम तेज कर दिया है। आगे के विकास हेतु सरकार को सूचित कर दिया गया है। कोई अड़चन न आई तो कुछ महीनों में प्रदेशवासी इस पार्क को न केवल...

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सवाल सेहत का

   खास बात •    सिर्फ 10 फीसदी भारतीयों के पास हेल्थ इंश्योरेन्स है और यह बीमा भी उनकी सेहत की जरुरतों के हिसाब से पर्याप्त नहीं है। *** •    अस्पताल में भर्ती भारतीय को अपनी सालाना आमदनी का 58 फीसदी इस मद में व्यय करना पड़ता है।*** •    तकरीबन 25 फीसदी भारतीय सिर्फ अस्पताली खर्चे के कारण गरीबी रेखा से नीचे हैं। *** •    सेहत के मद में होने वाले खर्चे का सवाल बड़ा चिन्ताजनक है। सालाना 10 करोड़ लोग...

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