बैंकों से किसानों को मिलनेवाले कृषि ऋण को लेकर कई भ्रांतियां हैं. बड़ी शिकायत यह रहती है कि ढेर सारे दस्तावेज बैंक में जमा करने पड़ते हैं. एक सेमिनार में एक बड़े उद्योगपति ने यह बात सबके सामने रखी. मैंने प्रतिकार किया कि कोई भी ऋण बिना न्यूनतम दस्तावेज के नहीं दिया जा सकता. कृषि ऋण के दस्तावेजों को सरल और मानक बनाने के उद्देश्य से रिजर्व बैंक ने वर्ष...
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'मास्साब, कछु न कइयो, पढ़बै सो ठीक... न पढ़ै सो ठीक'
छतरपुर से रुमनी घोष। स्कूली परीक्षा में फेल होने पर बच्चों की खुदकुशियों से माता-पिता में खौफ में हैं। इतने खौफ में कि स्कूल पहुंचकर शिक्षकों के सामने गुहार लगाने लगे हैं कि "मास्साब, कछु न कइयो, पढ़बै सो ठीक... न पढ़ै सो ठीक। बस हमाई आंखन के सामने रओ आए।" ऐसे हालात बने हैं बुंदेलखंड में। वही बुंदेलखंड, जहां 12वीं में 75 फीसदी अंक आने के बावजूद 17 वर्षीय...
More »इंद्र भरोसे खेती, पर कब तक--- बिभाष
हरित क्रांति के मसीहा डॉ नॉर्मन बोरलॉग ने साठ के दशक में बौनी प्रजाति के अधिक उपज वाले गेहूं की ईजाद की. सभी देशों की तरह भारत में भी उस गेहूं की खेती शुरू की गयी. बौनी प्रजाति के गेहूं ने उस वक्त की राजनीति गढ़ने का भी काम किया, जिस पर बहस और शोध होना चाहिए. देखते-देखते गेहूं की उपज दूनी हो गयी. सन् 1959-60 में जो गेहूं...
More »बायो तकनीकी खेती : स्वास्थ्य चिंताओं के बीच फील्ड ट्रायल की मंजूरी
स्वास्थ्य और पर्यावरण पर संभावित असर को लेकर जेनेटिकली मॉडिफाइड (जीएम) खेती के समर्थन और विरोध में जारी बहस के बीच केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने फील्ड ट्रायल के लिए आये प्रस्तावों में से करीब 80 फीसदी को हाल में हरी झंडी दे दी है. मई, 2014 में केंद्र में एनडीए सरकार के गठन के बाद से इस संदर्भ में हुई आठ बैठकों के बाद पिछले दिनों यह मंजूरी दी गयी. ...
More »स्कायमेट का दावा- 110% हो सकती है बारिश, आज वेदर डिपार्टमेंट करेगा एलान
नई दिल्ली/मुंबई/हरिद्वार.लगातार दो साल तक कई राज्यों में सूखे के बाद अच्छी खबर आई है। वेदर फोरकास्ट करने वाली एजेंसी स्कायमेट का दावा है कि इस बार सामान्य से ज्यादा बारिश होगी। वहीं, केंद्र सरकार ने भी पिछली बार से ज्यादा बारिश की पॉसिबिलिटी जताई है। सोमवार को सामने आए दोनों के दावों के पीछे वजह है - सूखे का कारण माने जाने वाले अल नीनो फैक्टर खत्म होना। हो...
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