उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश के कारण चारधाम यात्रा रोक दी गई है। इस वर्षा ने दो साल पुरानी उस त्रासदी की याद दिला दी है, जिसमें लोगों ने अपना सब कुछ खो दिया था। हम उस आपदा के लिए भगवान को दोषी ठहराते रहे, जबकि वह बाढ़ मानव निर्मित थी। ऐसी विपदाओं से निपटने के लिए राष्ट्रीय एवं राज्य आपदा प्रबंधन बोर्ड की स्थापना की गई थी। पर उसका कोई...
More »SEARCH RESULT
आखिर किस कीमत पर विकास? - एमएम बुच
प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से कहा था कि भारत में तीव्र आर्थिक विकास और औद्योगीकरण आवश्यक है, किंतु उत्पादन की गुणवत्ता इतनी ऊंची होनी चाहिए कि विश्व भर में उसकी ख्याति हो। साथ ही विकास एवं औद्योगीकरण पर्यावरण के अनुकूल हो। इस ओर विशेष ध्यान दिया जाए कि विकास के कारण पर्यावरण पर कोई प्रतिकूल असर न पड़े। यूपीए सरकार से यह शिकायत रहा करती थी कि भू-अर्जन नीति...
More »कोसी उफान पर,बिहार में बाढ़ का खतरा
पटना : कोसी नदी में बाढ़ का खतरा अभी टला नहीं है. नेपाल के भोट कोसी में बारिश और भूस्खलन के कारण आये अवरोध से पानी का दबाव और बढ़ गया है. वहां पानी की मात्रा 28 लाख क्यूसेक तक पहुंच गयी है. हालांकि, इस अवरोध को नियंत्रित विस्फोट कर सीमित मात्रा में हटाने के कारण बिहार में कोसी नदी में बहाव नियंत्रित रहा. रविवार को एक लाख 20 हजार...
More »मुंबई पर भी मंडरा रहाभूस्खलन का खतरा
ओम प्रकाश तिवारी, मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पर भी भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है। झमाझम हो रही बारिश किसी भी वक्त मुंबई में पुणे के मालिन गांव से जैसे हालात पैदा कर सकती है। महानगर के 327 पहाड़ी क्षेत्रों में 22384 से ज्यादा झोपड़े आबाद हैं जो कभी भी भूस्खलन का शिकार हो सकते हैं। मुंबई झोपड़ पट्टी विकास बोर्ड ने अप्रैल 2010 में राज्य सरकार को अपनी...
More »मिट्टी में दब गया एक गाँव
महाराष्ट्र के पुणे ज़िले के एक आदिवासी गांव में भूस्खलन के बाद मलबे में से दस लोगों को निकाला जा चुका है जबकि इसमें दबकर कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई है. ये हादसा पुणे से लगभग 100 किलोमीटर दूरी पर आंबेगांव तालुका में स्थित मालीण गांव में हुआ. ये गांव 50 मीटर के दायरे में फैला हुआ है. इस गांव में करीब 70 घर बताए जा रहे हैं...
More »