मध्य प्रदेश के छतरपुर में बच्चों को सरकारी स्कूल में मिलने वाली बुनियादी सुविधाओं के आभाव का एक मामला सामने आया है. छतरपुर स्थित गांव सूरजपुरा में बच्चों को मध्याह्न भोजन के नाम पर सिर्फ रोटी और नमक ही दिया जा रहा है. एक ओर सरकार स्वच्छता को लेकर कसीदे पढ़ रही है, तो वहीं सरकारी स्कूल मे पढ़ने वाले बच्चों को पीने के लिए साफ पानी भी उपलब्ध नहीं है....
More »SEARCH RESULT
पर्याप्त सरकारी मदद के जरिये ही पहुंच सकती हैं सभी तक स्वास्थ्य सेवाएं
भारत के विशाल और विविध भू-भागों में रहने वाली आबादी तक समुचित स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना एक बड़ी चुनौती रही है. इसमें बड़ी कमी सरकारों की रही है, जो अपने कुल बजट का महज एक फीसदी तक हिस्सा ही सार्वजनिक स्वास्थ्य मद में खर्च करती रही है. स्वास्थ्य क्षेत्र के समूच परिदृश्य समेत इससे संबंधित अन्य पहलुओं को इंगित कर रहा है आज का वर्षारंभ ... अनंत कुमार एसोसिएट प्रोफेसर,...
More »'उन दिनों' की परेशानी से बचाने घर-घर दस्तक दे रही 'पैड आंटी'
इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। शहर में स्वच्छता की कवायद के बीच गांवों में किशोरियों और महिलाओं की आंतरिक स्वच्छता के प्रयास शुरू हो गए हैं। जंगलों में रहने वाली लड़कियों की 'उन दिनों' की परेशानी के बारे में पहली बार सुध ली जा रही है। मुफ्त सैनिटरी नैपकिन देने के लिए पैड आंटी घर-घर पहुंच रही है। छह गांव से शुरू हुआ सिलसिला नए वर्ष में 20 गांव तक पहुंचाने का...
More »खत्म होंगे अंग्रेजों के जमाने के कानून
संसद ने 245 पुराने एवं अप्रासंगिक कानूनों को निष्प्रभावी बनाने वाले निरसन और संशोधन विधेयक 2017 तथा निरसन और संशोधन (दूसरा) विधेयक 2017 को आज मंजूरी दे दी। राज्यसभा ने आज इन दोनों विधेयकों को संयुक्त चर्चा के बाद ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। लोकसभा इन्हें पहले ही पारित कर चुकी है। उच्च सदन में विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए विधि एवं न्याय राज्य मंत्री पीपी चौधरी ने...
More »गंगा की अविरलता में निहित स्वच्छता-- उमेश चतुर्वेदी
गंगा को बचाने के लिए आखिरकार भारत सरकार ने उस सदियों पुरानी सोच को ही अंगीकार कर लिया है, जिसकी साधु-संत और आमजन गंगा सफाई अभियान शुरुआत से मांग करते रहे। यानी गंगा की धारा को अविरल बहने दो। गंगा अगर हजारों हजार साल से मुक्ति क्षमता से लैस रही है तो उसकी वजह उसकी अविरल धारा ही रही है। वैज्ञानिकों का भी मानना है कि गंगा की अगर धारा...
More »