धमतरी/भखारा। कर्ज के बोझ से दबे धमतरी जिले के एक और किसान संतराम हिरवानी (52) ने बुधवार को फांसी लगा ली। इससे पूर्व 26 जून को कुरुद ब्लॉक के ग्राम बगदेही के किसान चंद्रहास हिरवानी ने खुदकुशी कर ली थी। जिला मुख्यालय से करीब 23 किमी दूर भखारा के अमलीडीह निवासी संतराम के चार बेटियों की शादी हो चुकी है। बेटा रायपुर में किसी दवा कंपनी में काम करता है। बुधवार...
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मेट्रो के कचरे से बनेगा 300 एकड़ का पार्क
मुंबई। पहली बार बीएमसी कचरे से कुछ बेहतर करने जा रही है। कोलाबा-बांद्रा मेट्रो-3 प्रोजेक्ट के तहत निकलने वाले मलबे का इस्तेमाल 300 एकड़ में सेंट्रल पार्क के बनाने के लिए कर रहा है। इसके लिए अरब सागर में नरीमन प्वाइंट और कफ परेड के बीच जमीम पर दावा किया गया है। यह संशोधित ड्राफ्ट डेवलपमेंट प्लान (डीपी) 2034 के तहत निर्धारित किया गया है। सिविक चीफ अजय मेहता इस परियोजना...
More »मौत के बाद भी ‘दुधारू’ रह जाती है गाय-- प्रेम कुमार
दुधारू गाय की हत्या की बात सोचना भी पाप है. जो गाय दूध, दही, मिठाइयां, पनीर, खीर से लेकर गोबर, गोमूत्र देने और खेती-किसानी में काम आती हैं, घर के सदस्य जैसी होती हैं, घर की आमदनी होती है उस गाय को कोई मारे तो यह उसकी मूर्खता होगी. सवाल ये है कि फिर ऐसी मूर्खता हो क्यों रही है? गाय पर निर्भर लोग नहीं सोचते गोकशी की बात जो लोग...
More »जाति के भंवर में उलझा लोकतंत्र - एनके सिंह
भारत के संविधान की अनुसूची-3 में मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों (जिसमें प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भी शामिल हैं) द्वारा पद ग्रहण करने से पहले ली जाने वाली शपथ का उल्लेख है। उन्हें इस बात की शपथ लेनी होती है कि वे संविधान में 'सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखते हैं। संविधान निर्माताओं ने सोचा होगा कि सार्वजनिक रूप से शपथ लेने से मानव बंध जाता है, क्योंकि उसे ईश्वर से डर लगे या...
More »तंगी से परेशान एक और किसान ने दी जान
घाघरा (गुमला): गुमला के घाघरा थाना क्षेत्र में शिवराजपुर पंचायत स्थित बड़काडीह गांव के किसान बिरसाई उरांव (60) ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. वह आर्थिक तंगी से परेशान था. खेती का मौसम शुरू होते ही वह बैल खरीदने गुमला प्रखंड के पनसो बाजार गया था. पर जोड़ा बैल की कीमत अधिक होने के कारण खरीद नहीं पाया. जवान बेटी की शादी की भी चिंता थी. बिरसाई इस बार...
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