SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 877

यह कौन सी बीमारी! मुंह से निकल रहा झाग और मर जा रहे लोग

मुंगेर. बिहार के मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर प्रखंड के एक गांव में मंगलवार शाम से लेकर अब तक अज्ञात बीमारी से पांच लोगों की मौत हो गई है जबकि दो लोग इससे पीड़ित बताए जा रहे हैं। मुंगेर के बागेश्वरी गांव में अज्ञात बीमारे से मरने वाले पांच लोगों में तीन बच्चे शामिल हैं। जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि ग्रामीणों की सूचना के मुताबिक इस बीमारी...

More »

सुधार पर हावी सियासत : केविन रैफर्टी

मेरे पुराने मित्र मनमोहन सिंह इस वक्त आखिर क्या सोच रहे होंगे? क्या अब समय आ गया है कि वे भारत के प्रधानमंत्री पद के दायित्व से मुक्त हो जाएं और 40 वर्षो की शीर्षस्तरीय लोकसेवा के बाद रिटायरमेंट ले लें? या क्या उन्हें और सोनिया गांधी के कांग्रेस-नीत गठबंधन को इस उम्मीद में मध्यावधि चुनाव करा लेना चाहिए कि शायद युवा राजनेता सामने आएं और अपने ताजगीभरे विचारों के साथ भारत...

More »

एक प्रदेश के अंधेरे-उजाले : राजदीप सरदेसाई

हम भारतीयों को वर्षगांठ मनाना बहुत भाता है। शायद, हमें लगता है कि सालाना जश्न मनाने के बाद सालभर की बाकी बातों को आसानी से भुलाया जा सकता है। लिहाजा, संसद पर हमले की दसवीं वर्षगांठ पर इस हादसे में जान गंवाने वाले शहीदों के प्रति भावुक आदरांजलियां व्यक्त की गईं, भले ही एक शहीद की विधवा को पेट्रोल पंप आवंटित होने में छह साल लग गए हों। अब देश एक...

More »

मगध में मुरदहिया सन्नाटा- निराला(तहलका, हिन्दी)

बिहार के मगध क्षेत्र में इंसेफलाइटिस पिछले तीन महीने से अमूमन हर रोज एक बच्चे की जान ले रहा है. जो बच्चे बच जा रहे हैं उन्हें बाकी जिंदगी अपंगताओं के साथ गुजारनी होगी. लेकिन इलाके के जनप्रतिनिधि, शासन-प्रशासन और कथित समाजसेवी संस्थाएं आंखें मूंदे बैठे हैं. निराला की रिपोर्ट   पिंकी की उम्र आठ-नौ साल होगी. गया-पटना रोड पर स्थित रसलपुर गांव की रहने वाली है. उसके सामने जाते ही उसकी...

More »

दिल्ली उनका परदेस - हमंत शर्मा

जनसत्ता 15 दिसंबर, 2011:  पिताश्री ठीक होकर बनारस लौट गए हैं। मैं उन्हें दिल्ली में उतने ही दिन रोक पाया जब तक वे बिस्तर पर थे। उनका दिल सामान्य आदमी से आधा धड़क रहा था। इस कारण शरीर के दूसरे हिस्से में खून और आॅक्सीजन की आपूर्ति काफी कम थी। डॉक्टरों ने उनके दिल में पेसमेकर लगाया। वे ठीक होते ही एक रोज भी यहां नहीं रुके। लौट गए बनारस।...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close