सूखे की मार से बुंदेलखंड(यूपी) के बारे में आ रही भुखमरी की खबरों के बीच एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि यूपी के तकरीबन सवा दो करोड़ किसानों में केवल 8 लाख किसानों ही फसल का बीमा करवा सके हैं. सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वायर्नमेंट(सीएसई) की रिपोर्ट के अनुसार यूपी में फसल बीमा वाले किसानों की संख्या राष्ट्रीय औसत से तकरीबन सवा पांच गुना कम है. देश में 20 प्रतिशत...
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पंजाब में दो दलितों का हाथ-पैर काटा, मौत
अबोहर : पंजाब के अबोहर के दलितों की हत्या का मामला आज राज्यसभा में गूंजा जिसके कारण सदन की कार्यवाही बाधित रही. प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां दलित समुदाय के दो लोगों के हाथ-पैर काटे जाने के बाद से स्थिति तनावपूर्ण हैं. बताया जा रहा है कि घटना एक फार्महाउस में हुयी जो अकाली दल के एक नेता का है. इस मामले में पुलिस ने अकाली नेता शिवलाल डोडा और उनके...
More »वह आदिवासियों की उम्मीद थे- बाबा मायाराम
बी. डी. शर्मा (ब्रह्मदेव शर्मा) जी नहीं रहे, यह खबर मुझे रांची में मिली। उनका निधन 6 दिसंबर को हो गया। उस समय मैं झारखंड के मित्र सुनील मिंज से वहां तेज गति से होने वाले औदयोगिकीकरण की कहानियां सुन रहा था। जल, जंगल, जमीन जैसे संसाधन किस तरह से आदिवासियों से छीने जा रहे हैं, यह झारखंड में देखा जा सकता है। यही हाल छत्तीसगढ़, ओडिशा और देश के...
More »66 लाख की जगह 66 पैसे भी नहीं दिए, पुल का काम रोका
उज्जैन। सिंहस्थ करीब आ गया है और नृसिंह घाट पुल के निर्माण की बाधाएं दूर होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक बार फिर किसान परिवार ने पुल की दूसरी शाखा की एप्रोच रोड बनाने का काम रोक दिया है। किसान का कहना है मुआवजे के 66 लाख रुपए मिलना है पर अभी तक 66 पैसे भी नहीं दिए, इसलिए काम रोका है। शिप्रा नदी पर नृसिंह घाट के पास...
More »चेन्नई बाढ़ : एक मानव निर्मित त्रासदी
चेन्नई की बाढ़ जलवायु परिवर्तन के गंभीर परिणामों का एक भयावह उदाहरण तो है ही, इससे हुई तबाही ने मानव समाज की खतरनाक गलतियों के नतीजों को भी रेखांकित किया है. हाल के वर्षों में उत्तराखंड, कश्मीर समेत देश के विभिन्न इलाकों में बाढ़ की त्रासदी का कहर लगातार बढ़ा है. तेज शहरीकरण और विकास की आपाधापी में सरकार और समाज प्राकृतिक तंत्रों को बेतहाशा बरबाद कर रहे हैं. नदियां...
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