चंडीगढ़. सरकार ने बीटी कॉटन बीज का दाम कम कर दिया है। अब बीज का एक पैकेट 1050 की बजाय 1000 रुपए में मिलेगा। इससे किसानों को 19 करोड़ का फायदा होगा। इस साल बीटी कॉटन के 38 लाख पैकेट मंगवाए गए हैं। विपक्ष के नेता सुनील जाखड़ ने बीटी कॉटन बीज के महंगे पैकेट का मुद्दा उठाया था। जाखड़ ने विधानसभा में कहा था कि बीटी-वन और बीटी-टू के महंगे बीज...
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खेती की उपेक्षा और खाद्य सुरक्षा- भारत डोगरा
जनसत्ता 21 मार्च, 2012: लोकसभा में पिछले वर्ष प्रस्तुत किए गए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक से कोई सहमत हो या असहमत, पर इसके महत्त्च से इनकार नहीं किया जा सकता। मौजूदा रूप या इससे काफी मिलते-जुलते रूप में यह विधेयक पारित हो गया तो आने वाले अनेक वर्षों तक इसका हमारी खाद्य और कृषि व्यवस्था पर बहुत व्यापक असर पड़ेगा। इसलिए इस विधेयक से संबंधित जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे...
More »रविशंकर पर भड़के सिब्बल, बोले- श्री श्री हो गए हैं पागल
नई दिल्ली. लोगों की जीवन जीने का पाठ बढ़ाने वाले आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर अपने बयान से विवादों में घिर गए हैं। ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ के संस्थापक रविशंकर ने जयपुर में एक समारोह में कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे ही नक्सली बनते हैं। श्री श्री के इस बयान पर सियासत तेज हो गई है। केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा है कि श्री श्री रविशंकर मानसिक संतुलन खो चुके...
More »मोंटेक हटें या बंद हो योजना आयोग : शरद यादव
नयी दिल्ली : शहर में 28.65 और गांवों में 22.42 रुपए से अधिक रोज कमाने वालों को गरीबी रेखा से उपर मानने के योजना आयोग के नए मानदंड की आज विपक्षी के साथ सरकार के सहयोगी दलों ने कड़ी आलोचना की और सदन में इस बाबत वक्तव्य देने की मांग की. गरीबी की नयी परिभाषा पर चर्चा की शुरूआत करते हुए जद (एकी) के शरद यादव ने योजना आयोग के नए मानदंडों को देश...
More »बीज में छिपी है खाद्य संप्रभुता- वंदना शिवा
यदि किसानों के पास अपना बीज न हो या मुक्त परागण किस्मों तक उनकी पहुंच न हों, जिसे वे सुरक्षित रख सकें या जिसका वे विनिमय कर सकें, तो उनके पास बीज संप्रभुता नहीं होगी। नतीजतन उनके पास खाद्य संप्रभुता भी नहीं होगी। गहराते कृषि एवं खाद्य संकट की जड़ें बीज आपूर्ति प्रणाली में हो रहे बदलाव और बीज विविधता व बीज संप्रभुता के क्षरण में निहित है। क्योंकि खाद्य...
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