देश में सड़क दुर्घटनाओं में हर साल लाख लोगों की मौत हो जाती है। इसकी एक बड़ी वजह यह है कि ‘गोल्डन अवर' (दुर्घटना के बाद के एक घंटे) में उन्हें चिकित्सकीय मदद नहीं मिल पाती, साथ में पेचीदा कानून की वजह से कोई उन्हें बचाने की पहल भी नहीं करता। ऐसे में उच्चतम न्यायालय द्वारा हाल ही में जारी किए गए दिशा-निर्देश अच्छा कदम साबित हो सकते हैं। मारे देश...
More »SEARCH RESULT
दिल्ली में 22 नवंबर तक डेंगू के 781 मामले
राष्ट्रीय राजधानी और इससे लगे इलाकों में डेंगू के मामलों में वृद्धि हुई है जहां 22 नवंबर तक डेंगू के कुल 781 मामले दर्ज किए गए हैं। नगर निकाय के अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। आंकड़ों के मुताबिक शहर से डेंगू के 725 मामले दर्ज किए गए हैं जिनमें उत्तर दिल्ली नगर निगम से 171 मामले, दक्षिण दिल्ली नगर निगम से 320 मामले, पूर्वी दिल्ली नगर निगम से 141...
More »लिग्नोकेन दवा सप्लायर कंपनी काबरा ड्रग्स पर 5 साल का बैन
रायपुर। लोकल एनेस्थीसिया यानी शून्य करने की दवा लिग्नोकेन की निर्माता कंपनी इंदौर की काबरा ड्रग्स लिमिटेड पर 5 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन (सीजीएमएससी) के सह प्रबंध संचालक एवं स्वास्थ्य आयुक्त प्रताप सिंह ने गुरुवार को यह आदेश जारी कर दिए। 'नईदुनिया' ने प्रमुखता के साथ इस खबर को प्रकाशित किया था, जिसके बाद कॉर्पोरेशन द्वारा यह फैसला लिया गया। कार्पोरेशन से गुरुवार...
More »झाबुआ में बेटियों को नसीब नहीं हो रही गोद
अहद खान/झाबुआ। जिले के पेटलावद में एक शराबी पिता अपनी बेटी को लावारिस छोड़ गया। दूसरी महिला इसका लालन-पालन कर रही है। शायद इस शराबी की संतान यदि बेटा होती तो वो ऐसा नहीं करता। लाख दावों, नारों और कोशिशों के बावजूद बेटियों को परिवार का प्यार नहीं मिल पा रहा। 'बेटी है तो कल है' नारे में ये बात अच्छी लगती है, लेकिन असलियत में उन्हें गोद लेने वाले...
More »...जहां बीमारियों के साये में बीत रहा है बचपन
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 30 वर्ष पहले हुई दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदी का असर अब भी बरकरार है। यूनियन कार्बाइड संयंत्र के आसपास की हर बस्ती इस बात की गवाही दे रही है कि यहां बचपन पर संकट बना हुआ है, यहां बीमारियां उनके जीवन को दीमक की तरह चट कर रही हैं। अब से 30 वर्ष पहले यूनियन कार्बाइड के संयंत्र से रिसी जहरीली गैस ने...
More »