पिथौरागढ़। सुविधाओं से वंचित ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं को प्रसव कराने वाली दाईयों के हाल बद से बदत्तर हैं। सरकारें अपने कर्मचारियों को छठा वेतनमान दे रही है वहीं इन दाईयों को मात्र चार सौ रुपये प्रतिमाह खैरात के रुप में दिये जाते हैं। सौ रुपया स्थानीय अस्पताल से मिलता है। पांच सौ रुपयों के लिये दाईयों को माह में दो तीन बार ब्लाक मुख्यालय के चक्कर काटने पड़ते हैं। जिसमें मिलने वाली धनराशि का...
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महिला श्रमिकों की पीड़ा
नई दिल्ली [प्रदीप कुमार मील]। एक अनुमान के मुताबिक विश्व के कुल काम के घटों में से महिलाएं दो तिहाई घटे काम करती हैं, लेकिन वह केवल 10 फीसदी आय ही अर्जित करती हैं और विश्व की केवल एक फीसदी संपत्ति की ही मालकिन हैं। भारतीय संदर्भ में महिला श्रम या श्रम में महिलाओं की भागीदारी पर बात करते समय पिछले कुछ वर्षो में तीन विषेष तथ्य सामनें आतें...
More »स्कूल छोड़ चुके बच्चों के घर जाएंगे पारा शिक्षक
सिलीगुड़ी (दार्जिलिंग) : महकमा क्षेत्र के माध्यमिक विद्यालयों में 14 से 18 वर्ष की आयु वर्ग के ऐसे विद्यार्थी जिन्होने कक्षा आठ, नौ व दस में प्रवेश लिया था, मगर बाद में स्कूल से अनुपस्थित रहने लगे और परीक्षा में भी शामिल नहीं हुए, पारा शिक्षक उनके घर जाएंगे तथा स्कूल छोड़ने का कारण पूछेंगे। इन शिक्षकों की यह जिम्मेदारी होगी कि वे उन बच्चों के अभिभावकों से वार्ता कर उनका स्कूल में आना सुनिश्चित कराएं।...
More »कांके के दो परिवारों का समाज से बहिष्कार
कांके (रांची)। कांके में रविवार को सरना महापंचायत ने कड़ा निर्णय लेते हुए समाज के दो महत्वपूर्ण परिवारों को समाज से बहिष्कृत कर दिया। दोनों पर गैर-आदिवासी मुस्लिम समाज के साथ रिश्तेदारी जोड़ने का आरोप लगाया गया। बहिष्कृत परिवारों में कांके सरना समिति के संस्थापक शिव शंकर उरांव और इस्लाम धर्म अपनाने वाले ग्राम प्रधान का परिवार शामिल हैं। ग्राम प्रधान को पद से भी हटा दिया गया है। पहले मामले में कांके सरना...
More »मातृत्व पर गहराता संकट
नई दिल्ली [अरविंद जयतिलक]। बेशक देश में महिलाएं सफलता का इतिहास रच रही हैं। अपने बुलंद हौसले से उन कार्यो को भी अंजाम तक पहुंचा रही हैं, जो सदियों से उनके लिए असंभव बताया जाता रहा है। बात चाहे देश में सरकार को नेतृत्व देने का हो अथवा सेवा क्षेत्र में मिसाल कायम करने की, आज वह हर कहीं पुरुषों से कंधा मिला रही हैं, लेकिन इन सबके बावजूद दुखद स्थिति यह है कि बुनियादी स्वास्थ्य...
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