बीजिंग : दुनिया के दूसरे सबसे बड़े देश चीन में 1. 28 लाख पिछड़े गांवांे की पहचान की गयी है. साथ ही, देश में 9. 2 करोड़ लोग गरीबी में गुजर बसर कर रहे हैं. हालांकि, गरीबी उन्मूलन एवं विकास मामले कार्यालय के प्रमुख लीयु योंगफु ने कहा है कि चीन में गरीबी बड़े पैमाने पर कम हुई है पर देश में अभी भी 832 गरीब काउंटी और जिले...
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तेल देखो, तेल की मार देखो - मधुरेन्द्र सिन्हा
भारत सहित उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में इस समय खुशी की एक लहर दौड़ रही है। वजह है, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की गिरती हुई कीमतें। पिछले पांच महीनों से तेल के दाम लगातार घट रहे हैं और अब तो यह पांच साल के न्यूनतम स्तर पर जा पहुंचा है। लेकिन बात यहीं खत्म होती नहीं दिखाई दे रही। ऐसा लग रहा है कि कच्चे तेल की कीमतें 60 डॉलर...
More »विकास की मशीनरी में कई पुर्जे ढीले - नंटू बनर्जी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बात को भलीभांति समझते हैं कि अगर भारत को आठ से नौ फीसद की उच्च आर्थिक विकास दर अर्जित करना है तो यह केवल निर्माण क्षेत्र में सुधार के जरिए ही किया जा सकता है। आखिर गरीबी और युवाओं में बेरोजगारी की समस्याओं का निदान किए बिना कोई भी देश आगे नहीं बढ़ सकता। वर्ष 2012 के बाद से भारत की विशेष तौर पर जैसी धीमी...
More »भारत में घटा भ्रष्टाचार, 85वें स्थान पर पहुंचा
दुनिया के सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार वाले 175 देशों की सूची में भारत का स्थान सुधरा है। पिछले साल की तुलना में भारत 94वें से खिसककर 85वें स्थान पर आया है। दुनिया के देशों में भ्रष्टाचार पर नजर रखने वाली संस्था ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल इंडिया ने बताया कि भ्रष्टाचार धारणा सूची (सीपीआई) रिपोर्ट के मुताबिक, 2013 की तुलना में भारत का स्कोर सुधरा है। पिछले साल 36 की तुलना में भारत को 38...
More »आबोहवा को बचाने की कवायद- कोरल डेवनपोर्ट
दो दशक से अधिक समय से वैश्विक संधि की अनवरत विफल कोशिशों के बाद एक बार फिर उम्मीदों के घोड़ों पर सवार संयुक्त राष्ट्र के वार्ताकार सोमवार से दक्षिण अमेरिका में जमा हुए हैं। उनकी कोशिश यही है कि इस बार बात बन जाए। हालांकि ग्रीन हाउस गैस के मौजूदा उत्सर्जन में कटौती करने संबंधी समझौते के बावजूद वैज्ञानिकों का आकलन है कि दुनिया की आबोहवा तेजी से खराब होती...
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