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करावलनगर की वॉकर फ़ैक्ट्रियों में मज़दूरों के हालात

उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में करावलनगर के औद्योगिक इलाके और उससे लगे क्षेत्र में वॉकर (छोटे बच्चों को चलने में मदद करने वाली साइकिल) और पालना बनाने वाली 14-15 छोटी-छोटी फ़ैक्ट्रियाँ हैं। ज़्यादातर फ़ैक्ट्रियों में 10-15 मज़दूर और कुछ में 30-40 मज़दूर काम करते हैं। ज़्यादातर फ़ैक्ट्रियाँ दलित बस्ती में हैं, कुछ करावलनगर गाँव, पंचाल विहार और दयालपुर में स्थित हैं। इनमें काम करने वाले ज़्यादातर मज़दूर झारखण्ड, बिहार और उत्तर प्रदेश से आये प्रवासी...

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अब हर महीने मनेगी बेटी के जन्म की खुशी

बेटियों की घटती संख्या ने सबको चिंता में डाल दिया है. ऐसे में मंडोर पंचायत समिति के दईकड़ा गांव में एक नयी मुहिम शुरू हुई. बेटी का मान बढ़े, इसलिए गांव में बालिका जन्मोत्सव मनाया गया. इस दौरान पंच-सरपंचों ने सामूहिक रूप से फैसला किया कि अब हर महीने की पांच तारीख को गांव में बालिका जन्मोत्सव मनाकर खुशियां मनायी जायेंगी. इसमें बेटी और उनकी माताओं को सम्मानित किया जायेगा. इसके...

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प्रधान नहीं जानतीं पंचायतीराज मंत्री कौन!- सुरेश कासलीवाल की रिपोर्ट

अजमेर.जिले की अरांई पंचायत समिति की प्रधान पारसी देवी, जहाजपुर प्रधान सीता देवी गुर्जर व आसींद की प्रधान देबी भील अपने अधिकारों के बारे में तो अनजान हैं ही, उन्हें पंचायतीराज विभाग के मुखिया पंचायतीराज मंत्री का नाम तक मालूम नहीं है? एक को इसके बारे में जानकारी नहीं। दूसरी बोलती है, पूरा नाम पता नहीं पर शायद कोई मालवीय हैं और तीसरी प्रधान ने पंचायतीराज मंत्री का नाम बताया, राजेंद्र सिंह राठौड़ । ...

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दर्जनों महिलाओं की कोख पर बेशर्म डॉक्टरों ने पोती कालिख

रायपुर. पैसों के लालच में जरूरत न होते हुए भी महिलाओं के गर्भाशय निकालने वाले डॉक्टरों की करतूत स्वास्थ्य विभाग के सामने उजागर हो गई। गुरुवार को विभाग के डॉक्टरों ने अभनपुर के मानिकचौरी, हसदा और डोंगीतराई गांवों में पीड़ित महिलाओं की जांच की। इस दौरान 25-30 साल की ऐसी कई महिलाएं मिलीं, जिनके गर्भाशय केवल पैसे कमाने के लिए निकाले गए। डॉक्टर इस बात से भी हैरान थे कि किसी भी महिला...

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'ऐसी बस्ती में कोई कैसे रह सकता है'

भोपाल। ये गैस प्रभावित बस्ती है। इतनी गंदी बस्ती में लोग कैसे रह रहे हैं। न तो इन बस्तियों में साफ-सफाई है, न ही पीने के लिए शुद्ध पानी। यहां के हालात तो बदतर हैं। यह कहना था गैस पीड़ितों के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गठित मॉनिटरिंग कमेटी के अध्यक्ष और हाईकोर्ट के न्यायाधीश केके लाहोटी का। जैसे ही श्री लाहोटी गैस प्रभावित बस्तियों का जायजा लेने पहुंचे, गैस पीड़ितों ने शिकायतें...

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