संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष २०१० को जैवविविधता का वर्ष घोषित किया था और २०१० में ही भारत सरकार ने दुनिया भर में अपनी जैवविविधता के लिए मशहूर महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में परमाणु ऊर्जा प्रकल्प के निर्माण के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किया। ९९०० मेगावाट के जैंतापुर परमाणु ऊर्जा प्रकल्प के लिए रत्नागिरी इलाके की जिन जमीनों को लिया जा रहा है, वे जमीन पर्यावरणीय दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील हैं। इस इलाके में १५० प्रकार के...
More »SEARCH RESULT
बिना परीक्षण बांट दिया उड़द का घटिया बीज
जयपुर. राज्य बीज निगम ने बिना फील्ड परीक्षण के ही किसानों को उड़द की नई किस्म का बीज बांट दिया। सामान्य प्रक्रिया के अनुसार किसानों को वही किस्म दी जानी चाहिए जिसकी पैकेज ऑफ प्रैक्टिस में सिफारिश की गई हो। राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय निदेशक (अनुसंधान) डॉ. ओ.पी. गिल का कहना है कि पैकेज ऑफ प्रैक्टिस में उन्हीं किस्मों को शामिल किया जाता है जिनका कम से कम दो साल तक फील्ड...
More »दवा खरीदी में करोड़ों का खेल
रायपुर.वेटनरी विभाग में महंगी दवाएं खरीदने के नाम पर करोड़ांे रुपए का वारा -न्यारा किया जा रहा है। दवाएं जिला स्तर पर खरीदने के बजाए पब्लिक सेक्टर यूनिट से खरीदी के निर्देश दिए गए जबकि पीएसयू की दवाएं 25 से 83 फीसदी तक मंहगी हैं। विभाग को 31 मार्च तक लगभग 6 करोड़ रुपए की दवाएं खरीदनी है।दैनिक भास्कर ने दो माह पहले वेटनरी डिपार्टमेंट में 2 करोड़ की दवाएं नियम विरुद्ध...
More »अब बांस हो गया है घास, बिना इजाजत कट सकेंगे बांस
भोपाल. केंद्र सरकार ने बांस को लकड़ी की श्रेणी से अलग करते हुए घास मान लिया है। अब बांस काटने और उसके परिवहन की मंजूरी नहीं लेना पड़ेगी। प्रदेश के महाकौशल क्षेत्र के 17 जिलों में बांस की पैदावार बहुतायत होती है। वहां इसकी ढुलाई की अनुमति लेना अनिवार्य थी। वनस्पति शास्त्रियों के मुताबिक बांस घास का ही एक रूप है, लेकिन उसकी उपयोगिता देखकर वन विभाग उसे टिंबर के...
More »टाट पर देश का भविष्य
अमृतसर। कंपकंपाती ठंड का हो या चिलचिलाती धूप शिक्षा रूपी फल का स्वाद चखने के लिए नन्हें-मुन्ने सजा झेलने को बेबस हैं। शिकायतों के बाद जब दैनिक भास्कर टीम ने शहर के कुछेक एलीमैंट्री स्कूलों का मौका-ए-मुआयना किया तो बचपन की बेहाली का ऐसा आलम दिखा की पत्थरदिल भी पसीज जाए। देश के हुक्मरान चाहे मिड-डे मील का कार्यRम चला कर अपनी पीठ थपथपा रहे हों, लेकिन हकीकत में जिले के एलीमैंट्री स्कूलों में...
More »