हॉलैंड का एक गांव। गिरजे की खिड़कियों से छनकर आ रही दोपहर की नर्म धूप में हम प्रेम के एक चमत्कार के साक्षी हुए। इस कहानी की शुरुआत 24 साल पहले कराची के एक यतीमखाने से होती है। एक परित्यक्त बच्ची सड़क पर जिंदगी और मौत के बीच झूल रही थी, जिसे यतीमखाने के कर्मचारी अपने यहां ले आए थे। यतीमखाने को एक समृद्ध और दयालु डच महिला संचालित करती थी। उन्होंने...
More »SEARCH RESULT
असल संत की अंत कथा- आशीष खेतान और मनोज रावत
गंगा को लेकर संतों और खनन माफिया के बीच छिड़ी लड़ाई में उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने एक नहीं बल्कि बार-बार और खुल्लमखुल्ला खनन माफिया का साथ दिया है. स्वामी निगमानंद की मौत के पीछे का सच सामने लाती आशीष खेतान और मनोज रावत की विशेष पड़ताल बाबा रामदेव को ध्यान खींचने की कला आती थी. स्वामी निगमानंद के पास यह हुनर नहीं था. इसलिए एक ओर रामदेव विदेशों में जमा...
More »बढ़ते गरीब और बेमानी बहस - अश्वनी कुमार
देशभर के शहरों में रहनेवाले गरीबों के आंकड़े जुटाने के लिए एक जून से सात माह का सर्वे शुरू हो चुका है. इसके साथ ही गरीबों की पहचान के मानदंड पर बहस भी फ़िर छिड़ गयी है. यह विडंबना ही है कि तमाम योजनाओं के बावजूद गरीबों की संख्या लगातार बढ़ रही है. शहरी गरीबों की गणना की खबरों के साथ ही गरीबी को लेकर जारी बहस फ़िर छिड़ गयी है....
More »बाबा रामदेव का कारोबारी साम्राज्य: सिर्फ 2 ट्रस्ट का सालाना कारोबार 1100 करोड़
नई दिल्ली. भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन कर रहे बाबा रामदेव ने विशाल कारोबारी साम्राज्य खड़ा कर रखा है। उनके सबसे करीबी विश्वासपात्र आचार्य बालकृष्ण ३४ कंपनियों के डायरेक्टर हैं। ये सभी कंपनियां केवल पांच साल, याने २००६ से २०११ के बीच अस्तित्व में आईं। सीबीआई और आयकर विभाग ने अब अपनी नजर इन कंपनियों पर डाली है। जानकारी के अनुसार प्रारंभिक जांच में बाबा के दो ट्रस्ट पतांजलि योगपीठ ट्रस्ट और दिव्य योग मंदिर...
More »जमीन पर होता है इलाज
सासाराम (बिहार) : बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने का दावा करनेवाले सदर अस्पताल में मानवता शर्मसार हो रही है. मरीजों का यहां पशुओं की तरह इलाज किया जा रहा है. वैसे तो सदर अस्पताल बेहतर सेवा देने का दम भरता है, लेकिन प्रतिकूल परिस्थितियों में इसकी पोल खुल जाती है. सोमवार को यहां ऐसा ही नजारा देखने को मिला. प्रखंड के अगिनी गांव में डायरिया ने विकराल रूप धारण कर लिया है....
More »