SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 1007

हादसे के बाद ही क्यों जागते हैं हम? - मिहिर आर भट्ट

इसके पहले बहुत कम ऐसा हुआ है कि भूकंप की किसी एक घटना ने इतने सारे इलाकों में इतनी सारी दरारें खोलकर हमारे सामने रख दी हों। धरती में भी, और आपदाओं का सामना करने की हमारी तैयारियों में भी। इस भूकंप ने नेपाल और भारत के एक बड़े हिस्से को सही मायनों में अपनी धुरी पर से 'हिलाकर" रख दिया है। इस भूकंप के बाद हमारे सामने कई मसले आन...

More »

नेपाल सरकार ने जताई 10000 से ज्यादा मौतों की आशंका

नई दिल्ली। नेपाल में भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव के लिए चलाए जा रहे हवाई अभियान को खराब मौसम के कारण रोकना पड़ा है। भारी बारिश और तूफान के कारण काठमांडू एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है। भारत से राहत सामग्री लेकर जा रहे विमानों को वापस लौटना पड़ा है। इन विमानों को दिल्ली और इलाहाबाद एयरबेस पर लैंड कराया गया है। इसी बीच नेपाल में भूकंप...

More »

पंचायती राज व्यवस्था से खत्म होना चाहिए सरपंच पति कल्चर : नरेंद्र मोदी

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पंचायती राज दिवस के मौके पर यहां पंचायत राज्य प्रतिनिधियों के सम्मेलन व सम्मान समारोह में उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि पंचायत व्यवस्था से एसपी कल्चर खत्म होना चाहिए. प्रधानमंत्री ने अपने आरंभिक राजनीतिक अनुभवों के हवाले से बताया कि एसपी का मतलब सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस नहीं, बल्कि सरपंच पति है. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि...

More »

जारी है सरकार और एनजीओ के बीच की रस्साकशी

अरविंद दुबे. नरेंद्र मोदी सरकार के गठन के बाद से सिविल सोसाइटी के काम करने के तौर-तरीकों की नए सिरे से समीक्षा हो रही है। ताजा मामला गैर सरकारी संगठन फोर्ड फाउंडेशन का है, जिसे निगरानी सूची में डाल दिया गया है। स्पष्ट है विदेशी फंडिंग से चलने वाले कई स्वयंसेवी संगठनों के लिए राह अब आसान नहीं रह गई है। 'सरकार बनाम एनजीओ' रस्साकशी के बीच यह जानना अहम...

More »

राजनीतिक दलों में दलितों को लुभाने की होड़ - शिवानंद तिवारी

यह सबने देखा कि पिछले दिनों करीब-करीब सभी दलों में आंबेडकर जयंती मनाने को लेकर किस कदर होड़ रही। इस होड़ ने यही साबित किया कि दलित वोट की महत्ता आज पहले की तुलना में कहीं ज्यादा बढ़ गई है। दलितों को मतदान का अधिकार तो शुरू से ही है, लेकिन समाज में अपनी दयनीय स्थिति और राजनीतिक चेतना के अभाव में दलित समाज अपने इस अधिकार का इस्तेमाल नहीं...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close