भारत सहित उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में इस समय खुशी की एक लहर दौड़ रही है। वजह है, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की गिरती हुई कीमतें। पिछले पांच महीनों से तेल के दाम लगातार घट रहे हैं और अब तो यह पांच साल के न्यूनतम स्तर पर जा पहुंचा है। लेकिन बात यहीं खत्म होती नहीं दिखाई दे रही। ऐसा लग रहा है कि कच्चे तेल की कीमतें 60 डॉलर...
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बदलाव होता नजर भी तो आए - प्रदीप सिंह
नरेंद्र मोदी सरकार के छह महीने हो गए। सबकी नजर इस पर है कि सरकार ने क्या किया और जो किया, उसका नतीजा क्या निकला। कांग्रेस इस सरकार को यू-टर्न सरकार बता रही है। सरकार का दावा है कि उसने छह महीने में बहुत कुछ कर दिया है। यह सही है कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से देश में एक बदलाव और उम्मीद का माहौल बना है,...
More »उदयपुर में प्रवासी व स्थानीय पक्षियों को बचाने में जुटे हैं ग्रामीण
उदयपुर : दक्षिणी राजस्थान के एक छोटे से गांव मेनार में ग्रामीण, पर्यावरण संरक्षण की एक नयी दास्तां लिख रहे हैं, जहां उन्होंने न केवल गांव के दो तालाबों में मछली पकड़ने पर रोक लगायी है, बल्कि उन्हें पूरी तरह पक्षियों के लिए संरक्षित किया गया है. मेनार गांव के सरपंच ओंकार मेनारिया ने बताया कि गांव के लोग हमेशा से पर्यावरण के साथ-साथ गांव के दो तालाबों को प्रवासी...
More »राज्य के पांच जिलों में कानून व्यवस्था बदहाल
रांची : राज्य के पांच जिलों में आम नागरिकों की सुरक्षा और विधि-व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है. इस बात का खुलासा एडीजी लॉ एंड ऑर्डर केएस मीणा की समीक्षा रिपोर्ट से हुआ है. एडीजी ने समीक्षा रिपोर्ट सीआइडी द्वारा सितंबर माह की आपराधिक घटनाओं के आंकड़ों के आधार पर तैयार की है. एडीजी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि सितंबर माह में राज्य के विभिन्न जिलों में 184 हत्याएं...
More »पग-पग बीहड़ और अंख-अंख पानी - पंकज चतुर्वेदी
चंबल, मध्य प्रदेश के भिंड और मुरैना जिले में ऐसे 948 गांव हैं, जहां का सामाजिक व आर्थिक ताना-बाना जमीन में पड़ती गहरी दरारों के कारण पूरी तरह से बिखर चुका है। यहां की जमीन का रिकॉर्ड रखना सरकार के बस में नहीं है, क्योंकि पता नहीं कौन-सी सुबह किसका घर, खेत या सड़क बीहड़ की भेंट चढ़ जाए। लगभग 16.14 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल वाले चंबल संभाग का कोई 20...
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