-गांव कनेक्शन, "टमाटर फेंकता नहीं तो क्या करता। मंडी में 50 रुपए कैरेट (करीब 2 रुपए किलो) का भाव था, उतने में भी कोई लेने वाला नहीं था। इसलिए मुझे 25 कैरेट माल फेंकना पड़ा।" महाराष्ट्र में टमाटर का रेट न मिलने से दुखी एक युवा किसान ने 18 मार्च को अपना करीब 500 किलो टमाटर एक सड़क किनारे फेंक दिया। किसान ने टमाटर फेंकते का वीडियो मीडिया पर पोस्ट किया...
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चाय की कीमतों में गिरावट, निर्यात भी ठप, कारोबारी बोले- आने वाला समय चाय उद्योग के लिए ठीक नहीं
-गांव कनेक्शन, दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस की वजह से भारतीय चाय की कीमतों में भारी गिरवाट आयी है और निर्यात लगभग ठप हो चुका है। कम कीमत और बढ़ती लागत से जूझ रहे देश के चाय बागान मालिकों के सामने एक और मुश्किल आ खड़ी हुई है। ईरान, चीन और जर्मनी भारतीय चाय के बड़े खरीदार देश हैं। इनमें से चीन और ईरान ने अपने देश में चाय आयात को...
More »आधा भारत आया मार्च की बारिश के चपेट में, 57 फीसदी अधिक हुई बारिश, आगे भी बना है खतरा
-गांव कनेक्शन, जिस फसल को देखकर किसान के दुख-दर्द दूर हो जाते हैं, उसी फसल को हाथ में लेकर 70 साल के बुजुर्ग किसान अच्छे लाल फफक रहे थे। कई हजार रुपए की लागत और कड़ाके की सर्दी में छुट्टा पशुओं से बचाकर लगभग तैयार हो गई उनकी तीन एकड़ चने की फसल 14 मार्च को भारी बारिश और हवा से बर्बाद हो गई थी। "पूरी फसल बर्बाद हो गई, इससे अब...
More »तटीय किसान, दमदार घास ‘खसखस’ से दौलत कमा रहे हैं
-विलेज स्कवायर, चंद्रशेखर का खेत खारी हवा और लहरों की आवाज़ के बीच, बंगाल की खाड़ी के तट से सिर्फ 50 मीटर दूर है। पुदुचेरी के नरमाई गाँव के चंद्रशेखर (60) दो दशक से ज्यादा समय से यहाँ खेती कर रहे हैं। पहले वे कैसुआरिना और नारियल के पेड़ उगाते थे। चंद्रशेखर बताते हैं – “कैसुआरिना के पेड़ हमें हर छह या सात साल में उपज देते हैं और इस तटीय क्षेत्र...
More »राजस्थान के खेतों को ज़िंदा निगल चुके टिड्डी प्लेग को राष्ट्रीय आपदा कब कहेगी सरकार?
-मीडियाविजिल, ओमप्रकाश इन दिनों अपने खेत में ही बैठे रहते हैं. जिस छह बीघे के खेत की मेढ़ पर वह बैठे हैं उसमें 50 हजार रुपये का कर्ज लेकर सरसों की बिजाई की थी. महंगे खाद-बीज और खेत की लगातार देखभाल के कारण सरसों को हरा और पीला रंग चढ़ा था लेकिन 21 जनवरी की रात को हुए टिड्डियों के हमले के बाद सरसों के पास सिर्फ रंगत बच गई, दाना...
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