बहुत थोड़ी होती है पांच साल की अवधि फिर भी नरेगा की उपलब्धियां आवाक कर रही हैं। देश के सर्वाधिक गरीब में शुमार लोगों में से तकरीबन दस करोड़ ने बैंक या फिर पोस्ट-ऑफिस में बैंक अकाऊंट खोले हैं, लोग अपना अधिकार समझकर काम मांग रहे हैं, हजारों गांवों में कुएं-तालाब और ऐसे ही सामुदायिक इस्तेमाल के कई संसाधन तैयार हो रहे हैं, औरत हो या मर्द- दोनों को बराबर के काम के लिए बराबर की...
More »SEARCH RESULT
पाले से 40% तुअर फसल तबाह
भोपाल. हाल का पाला गर्मी में भी आम आदमी की रूह कंपाने वाला साबित होगा। सालों का रिकार्ड तोड़ने वाली ठंड ने पूरे प्रदेश की तुअर को बर्बाद कर दिया है। नतीजन किसानों को तो करोड़ों का नुकसान हुआ ही है, इससे कहीं आगे अब यह आशंका सताने लगी है कि कहीं बीते साल अचानक बढ़ी कीमतों के चलते पतली हो चली दाल इस बार थाली से गायब ही न हो...
More »सूचना आयुक्त ही दबा रहे हैं जानकारी -- सचिन जैन और रोली शिवहरे
हमने तंत्र और उसे चलाए रखने वाले लोगों की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिये सूचना के अधिकार कानून की पैरवी की थी, परन्तु जब सरकार इसे लागू करने के लिये जिम्मेदार आयोगों में नौकरशाहों को नियुक्त करने लगती है तब हमें चौकन्ना हो जाना चाहिये. अपने सेवाकाल के करीब तीस सालों या 12775 दिनों में तंत्र के हिस्से के रूप में काम करते हुये जिन लोगों ने उसे गैर जवाबदेह बनाया,...
More »किसानों से बिजली पर सेस वसूलने की तैयारी
चंडीगढ़। ग्राउंड वाटर लेवल में गिरावट की रफ्तार थामने के लिए योजना आयोग ट्यूबवेलों पर खर्च होने वाली बिजली पर सेस लगाने के मूड में है। बुधवार को पंजाब यूनिवर्सिटी पहुंचे आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह आहलुवालिया ने संकेत दिए कि 12वीं पंचवर्षीय योजना में ऐसा सुझाव दिया जा सकता है। हालांकि इस पर अमल राज्य सरकारों के अधिकार क्षेत्र में है। आहलुवालिया मानते हैं कि खेती के लिए पानी का...
More »बिहार में बहार-- देविंदर शर्मा
बिहार में नीतीश कुमार दोबारा सत्ता में वापसी करने में सफल रहे. इससे आम लोगों को अपनी बेहतरी के लिए उम्मीद की किरण दिख रही है. पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री और जाने-माने अर्थशास्त्री महबूब उल हक ने एक बार मुझसे कहा था कि 1960 में वित्त मंत्री रहते समय वह पाकिस्तान की आर्थिक विकास दर सात प्रतिशत पहुंचाने में समर्थ थे, बावजूद इसके लोगों ने उन्हें हराने के लिए मतदान...
More »