इलाहाबाद। माघ मेला शुरू होने से तकरीबन एक माह पहले ही गंगा का पानी लाल होने के मामले में जल संसाधन नदी विकास और गंगा सफाई मंत्रालय भी सक्रिय हो गया है। जानकारों का दावा मानें तो केंद्रीय मंत्री उमा भारती हालात के बारे में खुद संजीदा हो उठी हैं और प्रतिदिन की अद्यतन रिपोर्ट ले रही हैं। इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा गंगा प्रदूषण मामले में नियुक्त एमिकस क्यूरी (न्याय मित्र)...
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नर्मदा को प्रदूषण से बचाने का पहला प्रयोग सफल
जबलपुर। नर्मदा को प्रदूषण से बचाना इतना मुश्किल नहीं, जितना हम सोच रहे। जरा सी मेहनत ने बीते कुछ माह में नर्मदा को प्रदूषण से बचाने वाले नतीजे सामने ला दिए। खंदारी नाले पर तैयार साधारण से दिखने वाले फिल्टर प्लांट (इनसिटू ट्रीटमेंट प्लांट) ने वो कर दिखाया, जिसके बारे में हम सोच नहीं सकते। फिल्टर प्लांट लगने के बाद प्रदूषण बोर्ड के वैज्ञानिकों को नर्मदा के पानी में प्रदूषण की...
More »गंगोत्री से गंगासागर तक गंगा में गंदगी गिराने पर रोक
गंगा सफाई में जुटी सरकार ने गंगोत्री से गंगासागर तक इसे प्रदूषित करने वाले नालों की गंदगी को नदी में गिरने से पूरी तरह रोकने का फैसला लिया है। अगले 45 दिनों में करीब 140 नालों की गंदगी को गंगा में गिरने से रोकने का काम शुरू हो जाएगा। वहीं गंगा किनारे अस्थि विसर्जन पर भी पाबंदी लगेगी। हालांकि गंगा सफाई से जुड़ी तमाम नीतियों पर कदम बढ़ाने के साथ आम...
More »गंगा को 956 फैक्ट्रियों ने किया मैला
aयूपी की 956 फैक्ट्रियां अपना औद्योगिक कचरा सीधे गंगा में छोड़ रही हैं जिससे नदी का जल प्रदूषित हो रहा है। यह हकीकत यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की जांच में सामने आई। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेश के बाद यूपीपीसीबी ने इन फैक्ट्रियों को नोटिस भेजकर ट्रिब्यूनल में पेश होने को कहा है। एनजीटी ने केंद्रीय व यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को इन...
More »मलेथा ने एक बार फिर सबको राह दिखाई- अनिल प्रकाश जोशी
माधोसिंह भंडारी ने कभी नहीं सोचा था कि वह जिस गांव में पानी लाने के लिए अपना जीवन लगा देगा और अपने पुत्र की बलि भी दे देगा, सरकार उसी गांव को प्रदूषण की बलि चढ़ा देगी। सोलहवीं शताब्दी में उत्तराखंड के गांव मलेथा में माधोसिंह भंडारी ने एक ऐसा इतिहास रचा, जो हर सदी में याद किया जाएगा। यह गांव कुछ भी पैदा करने में असमर्थ था, क्योंकि यहां...
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