नई दिल्ली। सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट अगले कुछ महीनों में आने की उम्मीद है। लेकिन एक रिपोर्ट के मुताबिक इसका असर राज्यों के खजाने पर ज्यादा पड़ने की आशंका जताई जा रही है। दरअसल वेतन आयोग का गठन हर 10 साल पर बढ़ती हुई महंगाई और कर्मचारियों के हित को ध्यान में रखकर किया जाता है। वेतन आयोग का गठन केंद्र सरकार करती है जो केंद्र सरकार के कर्मचारियों...
More »SEARCH RESULT
इतने कम निवेश से क्या फायदा- नारायण कृष्णमूर्ति
अधिकतर वेतनभोगी लोगों को सेवानिवृत्ति के बाद आर्थिक संबल देने के लिहाज से महत्वपूर्ण कर्मचारी भविष्य निधि में बदलाव हो रहा है, और यह पैसा अब शेयर बाजार में लगाया जा रहा है। यह पहले के प्रारूप से बिल्कुल अलग है, जिसके तहत पैसा केवल नियत वापसी के साधन के रूप में रखा जाता था। साल दर साल ब्याज दर घटने के साथ-साथ ईपीएफओ राशि के रिटर्न (लाभ) में भी...
More »गरीबी से जंग के भोथरे हथियार- रीतिका खेड़ा
पिछले दिनों न्यूयॉर्क टाइम्स में (अमर उजाला में भी, 24 जुलाई) प्रकाशित अपने लेख में सरकार के आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन और अर्थशास्त्री सिद्धार्थ जॉर्ज ने नकद हस्तांतरण को लेकर कुछ ज्यादा ही सरल और आशावादी विश्लेषण पेश किया। मगर नकद हस्तांतरण की मौजूदा व्यवस्था में इतनी त्रुटियां है, जिन्हें दूर किए बगैर खाद्य हस्तांतरण को नकद व्यवस्था में बदलने का सपना देखना बड़ी भूल होगी। जबकि 'जेएएम' (जैम-जनधन, आधार,...
More »दालों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ा, बोनस भी मिलेगा
नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार को साल 2015-16 की खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का एलान कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने इसे मंजूरी दे दी है। सोयाबीन की एमएसपी में 40 रुपए की बढ़ोतरी की है। इसकी एमएसपी अब 2,560 की जगह 2,600 रुपए प्रति क्विंटल होगा। यह बढ़ोतरी केवल पीली सोयाबीन पर लागू होगी। तुअर की एमएसपी में 75...
More »दाल की कीमतों पर अंकुश लगाएगी सरकार
नई दिल्ली। दालों की कीमत में एक वर्ष में 64 फीसद की बढ़ोतरी को देखते हुए सरकार इनकी आपूर्ति बढ़ाने के उपाय करेगी। इस तरह वह दालों की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाएगी। औसत से कम मानसून की भविष्यवाणी के बीच महंगाई को कम रखने के लिए सरकार तमाम संभावनाओं पर विचार कर रही है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यहां कहा, 'इन दिनों दालों को लेकर कुछ समस्या है क्योंकि...
More »