नई दिल्ली। पाई, अधेला और दुअन्नी, एक पैसा, दो पैसे, पाच पैसे, दस पैसे और 20 पैसे के बाद अब चवन्नी भी आज से इतिहास में समा गई। चवन्नी धातु का एक सिक्का मात्र नहीं थी बल्कि हमारे इतिहास का एक ऐसा गवाह भी थी जिसने वक्त के न जाने कितने उतार चढ़ाव देखे। सन 1919, 1920 और 1921 में जार्ज पंचम के समय खास चवन्नी बनाई गई थी। इसका...
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खाद्य मुद्रास्फीति बढ़कर 9.13 प्रतिशत पहुंची
नई दिल्ली। देश में खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति 11 जून को समाप्त हुए सप्ताह में बढ़कर 9.13 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो ढाई महीने का उच्च स्तर है। फल, दूध, प्याज और प्रोटीन आधारित वस्तुओं की कीमतें बढ़ने से खाद्य मुद्रास्फीति बढ़ी। इससे पिछले सप्ताह में थोक मूल्य सूचकाक पर आधारित मुद्रास्फीति 8.96 प्रतिशत थी। वहीं जून, 2010 के दूसरे सप्ताह में खाद्य मुद्रास्फीति करीब 23 प्रतिशत थी। 26 मार्च,...
More »मेहनतकश की मजदूरी का सवाल : हर्ष मंदर
‘खेतों और फैक्टरियों में काम करने वाले हर मजदूर और कामगार को कम से कम इतना अधिकार तो है ही कि वह इतनी मजदूरी पाए कि अपना जीवन सुख-सुविधा से बिता सके..।’ वर्ष 1929 के लाहौर अधिवेशन में अध्यक्षीय भाषण दे रहे जवाहरलाल नेहरू ने यह बात कही थी। इसके नौ दशक बाद स्वतंत्र भारत की केंद्र सरकार ने कहा कि लोककार्य के लिए कानून द्वारा स्थापित न्यूनतम मजदूरी का भुगतान...
More »मनरेगा में न्यूनतम मजदूरी का गड़बड़झाला
क्या मनरेगा को जस का तस छोड़ा जा सकता है? मनरेगा के मामले में नागरिक-संगठन आखिर इतना हल्ला किस बात पर मचा रहे हैं? क्या ग्रामीण इलाके के सामाजिक कार्यकर्ता बहुत ज्यादा की मांग कर रहे हैं? क्या यूपीए- II वह सारा कुछ वापस लेने पर तुली है जो यूपीए- I ने चुनावों से पहले दिया था? चुनौती सामने है, मनरेगा गहरे संकट में है। अरुणा राय और ज्यां द्रेज सरीखे...
More »खाद्य महंगाई पर भी पेट्रोल मूल्यवृद्धि का असर
नई दिल्ली। बीते महीने पेट्रोल के मूल्य में की गई वृद्धि और बारिश के कारण परिवहन में आई बाधा के चलते दो हफ्ते तक फिसलने के बाद फिर बढ़ गई है। तीन जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान खाने-पीने की चीजों के थोक मूल्यों पर आधारित यह मुद्रास्फीति दर 12.81 प्रतिशत पर पहुंच गई। इससे पूर्व सप्ताह में यह 12.63 प्रतिशत पर थी। खाद्य मुद्रास्फीति की दर में इस बढ़ोतरी के...
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