जनसत्ता 22 अगस्त, 2014 : वित्तमंत्री अरुण जेटली के अनुसार आम लोगों के लिए बवालेजान बनी महंगाई का सीधा संबंध बाजार में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति से है। भारतीय शासकों का यह जाना-माना तर्क रहा है, जो जनता को बरगलाने वाले अगले पाखंड की जमीन भी तैयार करता है। शासकों का अगला तर्क होता है कि आम लोगों की जरूरत की चीजों की आपूर्ति जमाखोरों ने रोक रखी है और...
More »SEARCH RESULT
खराब मानसून में छिपे डर - अनिल पद्मनाभन
इस साल मानसून का जो हाल है, वह बहुत डराने वाला है। इससे गुजरे छह हफ्ते से जो अनिश्चितता पैदा हुई है, वह एक बुरी आशंका की ओर इशारा कर रही है। कुदरत के संकेतों को समझते हुए कुछ यह दावा कर सकते हैं कि भारतीय मौसम विभाग की औसत मानसून की भविष्यवाणी सही साबित होगी। लेकिन क्या यही सच है? अभी तक मानसून का जो हाल है, वह...
More »'खुदरा महंगाई रह सकती है 8-10% के बीच'
मार्च 2015 तक खुदरा महंगाई दर 7 फीसदी तक जाने के बजाये 8-10 फीसदी के दायरे में रह सकती है। बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा अल-नीनो के प्रभाव से खाद्यान्न की कीमतों के अधिक रहने से होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च में खुदरा और थोक महंगाई दर दोनों ही खाद्यान्न कीमतों में वृद्धि के कारण अधिक रही है।...
More »दिसंबर में मुद्रास्फीति घटकर 6.16 प्रतिशत पर आयी
नयी दिल्ली : दिसंबर में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति घटकर पांच महीने के निचले स्तर 6.16 प्रतिशत पर आ गई. इससे रिजर्व बैंक के लिए वृद्धि दर प्रोत्साहन के लिए नीतिगत ब्याज दरें घटाने की गुंजाइश बढ़ेगी. आज जारी थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्पीति कके आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर,13 में खाद्य वस्तुओं के वर्ग की मुद्रास्फीति 13.68 प्रतिशत रही जो नवंबर में 19.93 प्रतिशत थी. दिसंबर में सब्जियों के दाम सालाना स्तर पर...
More »आलू, प्याज के दाम में तेजी से महंगाई दर 14 महीने के उच्च स्तर पर
नयी दिल्ली: आलू, प्याज और अन्य सब्जियों के महंगा होने से थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति नवंबर माह में बढ़कर 14 महीने के उच्च स्तर 7.52 प्रतिशत पर पहुंच गयी. इसके कारण रिजर्व बैंक इस सप्ताह मौद्रिक नीति समीक्षा में प्रमुख नीतिगत ब्याज दरों में लगातार तीसरी बार वृद्धि कर सकता है. इस वर्ष नवंबर में थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़े सितंबर 2012 के बाद सबसे उंचे हैं. सितंबर 2012 के दौरान...
More »