भुवनेश्वर: केंद्र सरकार और स्थानीय आदिवासियों के कड़े विरोध के बावजूद ओडिशा सरकार ने शुक्रवार को नियमगिरी पर्वत में बॉक्साइट के खनन के बारे में निर्णय लेने के लिए 12 ग्राम सभाओं की बैठक की तिथियों की घोषणा कर दी. 18 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने इस पर्वत में खनन के बारे में अंतिम निर्णय स्थानीय ग्राम सभाओं पर छोड़ दिया था और तीन महीनों के अन्दर खुदाई से प्रभावित होने वाले...
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सस्ती बिजली की विभीषिका- डा भरत झुनझुनवाला
उत्तराखंड में आयी आपदा प्रत्यक्ष रूप से प्राकृतिक है, लेकिन जल विद्युत परियोजनाओं ने बादल फटने की इस सामान्य घटना को विभीषिका में तब्दील कर दिया है. केदारनाथ के नीचे फाटा व्यूंग और सिंगोली भटवाड़ी विद्युत परियोजनाएं बनायी जा रही हैं. प्रत्येक में करीब 20 किलोमीटर लंबी सुरंग पहाड़ में खोदी जा रही है. सुरंग खोदने के लिए भारी मात्रा में विस्फोटों का प्रयोग हो रहा है. इन विस्फोटों से...
More »हुआ बड़ा खुलासा, पेप्सी में मिला हुआ कैंसर देने वाला तत्व!
न्यूयार्क: पर्यावरण संबंधी समूह सेंटर फॉर एनवायर्नमेंटल हेल्थ ने एक जांच में पेप्सी के उत्पादों में कैंसरकारी तत्त्व पाया है। समूह ने कहा कि पेप्सी में इस्तेमाल किए गए कैरामेल कलरिंग में अब भी एक कैंसरकारी तत्त्व चिंताजनक स्तर पर मौजूद है, भले ही कंपनी ने कहा है कि वह अपना फार्मूला बदलेगी। मार्च में पेप्सीको और कोका कोला दोनों ही कंपनियों ने कहा था कि वे राष्ट्रीय स्तर पर...
More »हिमालय पर घात- श्रुति जैन
जनसत्ता 29 जून, 2013: उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में तबाही अभी थमी नहीं है और प्रधानमंत्री जम्मू कश्मीर में साढ़े आठ सौ मेगावाट की जलविद्युत परियोजना का उद्घाटन कर आए हैं। विकास के नाम पर पिछले कुछ साल से जिस गति से पूरे हिमालय क्षेत्र में इन परियोजनाओं को बढ़ावा मिलता रहा है वह भयानक है। सभी प्रस्तावित परियोजनाएं क्रियान्वित हो जाएं तो हिमालय दुनिया में सबसे ज्यादा बांध घनत्व...
More »जीएम फसलों के लिए सतर्क रहने की जरूरत : रमेश
किसी एक कंपनी के हाथ में 95 फीसदी बीज बाजार का जाना ठीक नहीं तीन साल पहले वन व पर्यावरण मंत्री के तौर पर बीटी बैंगन पर रोक लगाने वाले जयराम रमेश ने जीएम फसलों पर फिर से सवाल उठाया है। उन्होंने वैज्ञानिकों से सवाल किया है कि क्या वे 95 फीसदी बीज मार्केट पर किसी एक कंपनी का नियंत्रण होने देना चाहेंगे। यहां पौष्टिकता और कृषि क्षेत्र के वैज्ञानिकों से मुखातिब...
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