घर में उत्पादन -कृषि विश्वविद्यालय से प्रशिक्षण पाकर सफल हो रहे किसान - बीज उत्पादन के गुर सिखाने से लेकर मदर कल्चर मिल रहा मुफ्त - विश्वविद्यालय व कृषि विज्ञान केन्द्र से किसान उठा सकते बीज अमरेन्द्र तिवारी,मुजफ्फरपुर : 'खेती बिना खेत के..' सुनकर आपको भले आश्चर्य लगे, लेकिन बात है सौ फीसदी सही। राजेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय पूसा की पहल पर बिना खेत वाले लोग भी मशरूम की खेती कर अपनी जेबें भर...
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गोदाम अनाज से भरे फिर भी भूख से मौतें क्यों?: सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली. देश में भूख से मौतों के बढ़ते मामलों से सुप्रीम कोर्ट चिंतित है। उसने केंद्र से पूछा है कि जब अनाज के गोदाम लबालब भरे हैं। बंपर फसल भी हुई है। फिर भी देश में भुखमरी के मामले क्यों बढ़ रहे हैं। साथ ही शीर्ष कोर्ट ने गरीबी की रेखा से नीचे के लोगों (बीपीएल)की संख्या हर राज्य में केवल 36 फीसदी मानने पर भी योजना आयोग को कड़ी फटकार लगाई।...
More »अब सरकारी अस्पतालों में हर डिलीवरी होगी मुफ्त : रविंदर शर्मा
अमृतसर। प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मृत्यु दर घटाने के लिए सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों के डिलीवरी केसों को मुफ्त करने का फैसला किया है। इससे पहले यह सुविधा केवल गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों तक ही सीमित थी, लेकिन अब इसका लाभ मध्यम व उच्च वर्ग के लोग भी उठा सकेंगे। प्रिंसिपल हेल्थ सेक्रेटरी सतीश चंद्रा ने पंजाब हेल्थ सिस्टम कापरेरेशन के चेयरमैन जसजीत सिंह, मैनेजिंग डायरेक्टर...
More »एनजीओ ने दो हजार लोगों से करोड़ों ठगे
नई दिल्ली.राजधानी में गरीबों को सस्ता राशन उपलब्ध कराने के नाम पर एक एनजीओ द्वारा दो हजार से ज्यादा लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। इतने बड़े घोटाले से दिल्ली पुलिस भी सकते में आ गई है। पुलिस ने इस बाबत ठगी, आपराधिक षड्यंत्र रचने आदि धाराओं के तहत चार लोगों को खिलाफ मामला दर्ज किया है। मामले की जांच दिल्ली पुलिस की आर्थिक...
More »राजस्थान में आदिवासी अधिकारों की अनदेखी
सामाजिक अधिकारिता के कानूनों के होने भर से किसी समुदाय के सशक्तीकरण की गारंटी होती तो राजस्थान का आदिवासी समुदाय ना तो शिक्षा के बुनियादी अधिकार से वंचित रहता और ना ही अपनी जीविका के जरुरी साधन जमीन से। मिसाल के लिए इन तथ्यों पर गौर करें।राजस्थान की कुल आबादी में आदिवासी समुदाय की तादाद १२.४४ फीसदी है और साक्षरता-दर है ४४.७ फीसदी जबकि सूबे की औसत साक्षरता दर इससे कहीं ज्यादा ऊंची(६१.०३ फीसदी) है। क्या शिक्षा...
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