मोकामा : जिस उम्र में आम बच्चे खिलौने से खेलते हैं, उसी उम्र में कबाड़ से जरूरत का सामान निकाल कर एक लड़का अपनी प्रतिभा का न सिर्फ लोहा मनवा रहा है, बल्कि लोगों के बीच कौतूहल का भी विषय बन चुका है़ मोकामा के मोर पूर्वी गांव का रहनेवाला समर उन प्रतिभाशाली बच्चों में से एक है, जो कबाड़ के सामानों से विभिन्न गाड़ियों का मॉडल बना रहा है़ अब...
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मौलिक अधिकार से वंचना क्यों?- पवन के वर्मा
मेरी दृष्टि में जान-बूझ कर बड़ी चालाकी से भारत के संविधान का उल्लंघन किया जा रहा है. संविधान सभा में लंबी बहसों के बाद हमारे राष्ट्र-निर्माताओं ने भारत को सार्वभौमिक व्यस्क मताधिकार देने का निर्णय किया था. इसका अर्थ यह है कि 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी भारतीय नागरिक मतदान के अधिकार का प्रयोग कर सकते हैं. इसी तरह यह अधिकार भी दिया गया कि योग्य आयु का...
More »शिक्षा का मतलब दिमाग में सूचना भरना नहीं : प्रणव
बेंगलुरु : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि शिक्षा शांतिपूर्ण सह अस्तित्व की भावना को परवान चढ़ाने और विविधता को स्वीकार करने में मदद कर सकती है और उसका लक्ष्य चरित्र निर्माण होना चाहिए . मुखर्जी ने कहा कि शिक्षा महज किसी छात्र के दिमाग में कुछ सूचना डालना नहीं है. उसका लक्ष्य चरित्र निर्माण होना चाहिए. राष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षा आस्था बनाने में, शांतिपूर्ण सह अस्तित्व की...
More »JU के नाम पर तेलंगाना में 3 लाख में बिकीं डिग्रियां
ग्वालियर। प्रदेश के शिक्षा माफिया ने तेलंगाना में भी फर्जीवाड़ा किया है। इन लोगों ने वहां स्टडी सेंटर खोलकर एक-एक लाख रुपए में जीवाजी यूनिवर्सिटी (JU) की डिग्रियां दिलाने का काम शुरू कर दिया। फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब तेलंगाना से CID की टीम सोमवार शाम JU पहुंची। तेलंगाना से आई टीम ने जानकारी दी वहां 4 स्टडी सेंटर खोले गए हैं, जो JU के नाम पर BPEd में...
More »जेलों पर बढ़ते बोझ के मायने-- पंकज चतुर्वेदी
इरफान फरवरी 2007 में समझौता एक्सप्रेस से दिल्ली आया था, वापसी में उसमें बम फटा और उसका पूरा सामना जल गया। पुलिस ने उसे अस्पताल से उठाया व बगैर पासपोर्ट के भारत में रहने के आरोप में अदालत में खड़ा कर दिया। उसे चार साल की सजा हुई। तब से वह जेल में है यानी आठ साल से। वहां मिली यातना व तनहाई से वह पागल हो गया। पाकिस्तान में...
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