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महिलाओं का अपना बैंक दीदी बैंक

झारखंड के पश्‍चिम सिंहभूम जिले के आनंदपुर ब्लॉक के चारबंदिया गांव में स्थित दीदी बैंक यहां की महिलाओं के लिए सहारा बन गया है. चारबंदिया में बैंक मुख्यालय है, जबकि बिना किसी कार्यालय के कोल्हान के तीन जिलों में इसकी आठ शाखाएं काम करती हैं. यह बैंक ‘नव चिराग महिला बचत एवं साख स्वावलंबी सहकारी समिति’ के तहत संचालित होता है. इस सहकारी बैंक की शुरु आत चार साल पहले हुई...

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किशोरी महापंचायत में उठे सवाल- बेची जा रही हैं बेटियां, है कोई देखने वाला?

रांची। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली किशोरियों को दलाल पहले नौकरी का लालच देते है, फिर दिल्ली, कोलकाता और मुंबई जैसी जगहों पर ले जाकर बेच देते है। क्या इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है? एक किशोरी ने ही यह सवाल मंगलवार को राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से आयोजित किशोरी महापंचायत में उठाया। महापंचायत में राज्य भर के कस्तूरबा विद्यालयों, कल्याण विभाग द्वारा संचालित बालिका विद्यालयों और किशोरी...

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इन्कूलिसिव मीडिया फैलोशिप 2013 के परिणाम घोषित

हिन्दी और अंग्रेजी भाषा के आठ पत्रकारों का चयन विकासशील समाज अध्ययन पीठ(सीएसडीएस) द्वारा दी जाने वाली इन्कूलिसिव मीडिया फैलोशिप के लिए हुआ है। चयनित पत्रकार देश के छह राज्यों से हैं। खोजी और सार्थक पत्रकारिता की श्रेष्ठ परंपरा का निर्वाह करते हुए चयनित फैलो ग्रामीण समुदाय की चिन्ताओं और समस्याओं को जन-सामान्य के बीच लाने और उस दिशा में नीतिगत हस्तक्षेप की जमीन तैयार करने के लिए, उनके बीच कुछ समय बितायेंगे। फैलोशिप के अभ्यर्थियों का...

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विकास संबंधी प्रयासों के जरिये माओवादियों से निपटेगी सरकार

नयी दिल्ली (भाषा) केंद्र ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास संबंधी प्रयासों के जरिये माओवादियों से निपटने का फैसला किया है, क्योंकि उसका मानना है कि ऐसे प्रयासों से उनकी पकड़ कमजोर होगी। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने प्रेट्र से कहा, ‘‘हम नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास के लिये विशेष प्रयास कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि इसका फल मिलेगा।’’ गौरतलब है कि आत्मसमर्पण करने वाले एक नक्सली ने...

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पुलिस का चेहरा- प्रेमपाल शर्मा

जनसत्ता 18 जनवरी, 2013: स्त्री की हिफाजत, हैसियत, बराबरी के किसी मुद्दे पर इतना बड़ा तूफान भारतीय समाज में शायद पहले कभी न खड़ा हुआ हो। दिल्ली में ही लोग सड़कों पर नहीं उतरे, मणिपुर, जम्मू, चेन्नै से लेकर मुंबई, कोलकाता आदि शहरों में भी आक्रोश और पश्चाताप के अलग-अलग स्वर सुनने को मिले। हमारी सामाजिक गिरावट की विडंबना का एक नमूना यह भी रहा कि फिजा में फैली फांसी की मांग...

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