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सूखे में भी मांग से आधी मिली राशि

मुजफ्फरपुर, वरीय संवाददाता : सूखे की इस भयावह स्थिति में किसानों को लघु सिंचाई से जगी उम्मीदों को करारा झटका लगा है। इसकी वजह सरकार से लघु जल संसाधन विभाग से मांगी गई राशि से आधी प्राप्त होना है। विभाग ने सरकार को 28 करोड़ की कार्ययोजना भेजी थी। इसमें मात्र 13 करोड़ का आवंटन हुआ है। लघु जल संसाधन विभाग की तिरहुत प्रमंडल में दो प्रकार की ...

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'अगर सच बोलना देशद्रोह है तो मैं देशद्रोही हूं'

वि‌वादित कार्टून बनाकर चर्चा में आए असीम त्रिवेदी की गिरफ्तारी का विरोध शुरु हो गया है। प्रेस काउंसिल के चेयरमैन मार्कंडेय काटजू ने असीम की गिरफ्तारी की आलोचना की है। काटजू ने असीम के समर्थन में कहा है कि असीम ने कुछ भी गैरकानूनी नहीं किया है। लोकतंत्र में कई बातें कही जाती हैं। कुछ सही होती हैं कुछ गलत। वहीं, इंडिया अगेंस्ट करप्शन समेत तमाम कलाकारों और साहित्यकारों ने...

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देश में मानसून सामान्य के करीब, राजस्थान में 16 फीसदी ज्यादा

जयपुर/नई दिल्ली। अगस्त में हुई भारी बारिश ने मानसून को सामान्य औसत के करीब ला दिया है। जून से पांच सितंबर तक पूरे देश में 675.4 मिमी बारिश हो चुकी है। जबकि सामान्य औसत 748.5 मिमी है। मतलब मानसूनी बारिश अब महज 10 फीसदी कम रह गई है।  राजस्थान में अब तक 16.15 फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। राजस्थान में 1 जून से 9 सितंबर तक 491.22 मिमी होती है। अब तक...

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आरटीआइ में मांगी सूचना, तो मिली प्रताड़ना- ।। दीपक दक्ष ।।

पटना : डीएम ऑफिस से बुलावा आया. वह भागते हुए पहुंचा. सामने डीएम साहब थे. बोले, खड़े रहो. वह चुपचाप खड़ा रहा. फिर बोले, ज्यादा होशियार बनते हो? एक्टिविस्ट बनने का भूत सवार है? सब भूत एक दिन में भाग जायेगा. तुम्हारे कारण मुझे आयोग से फटकार मिली. आखिर खुद को समझते क्या हो? फिर डीएम साहब घंटी बजाते हैं. कर्मचारी आता है. थोड़ी देर बाद पुलिस आती है. उसे पकड़ कर...

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पहाड़ से चिट्ठी- पंकज पुष्कर

जनसत्ता 11 अगस्त, 2012: कुदरत हमें थिरता और नर्तन दोनों सिखाती है। हर्ष और विषाद के बार-बार आने वाले ऐसे ही अवसरों के बीच पहाड़ों का स्वभाव बना है। उत्तरकाशी के उफनते बादल पहाड़ और कुदरत के रिश्तों की जटिलता की ओर ध्यान दिलाते हैं। भला ऐसा कैसे है कि आपदाओं के बीच भी पर्वतीय जीवन प्रकृति-प्रेम का सहजीवन है। बारिश को ही लें। यह मन में हिलोर पैदा करती है। लेकिन...

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