देहरादून [केदार दत्त]। देहरादून देवभूमि से खुशबू को ऐसे पंख लगे कि वह घर से निकलकर सात समंदर पार की सैर में मशगूल हो गई। अरब के शेखों और समूचे यूरोप पर इसका ऐसा रंग चढ़ा वे इसके मुरीद हो गए हैं। इस बात की इससे तस्दीक होती है कि बीते सीजन में उत्तराखंड से चालीस हजार क्विंटल बासमती में से करीब अस्सी फीसदी का निर्यात खाड़ी और यूरोप...
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सूबे में फलों की पैदावार में दस गुना वृद्धि
रायपुर। छत्तीसगढ़ में पिछले छह सालों में फलों की पैदावार में 10 गुना से ज्यादा बढ़ोतरी हुई है तथा फलदार बाग बगीचों का रकबा लगभग नौ गुना बढ़ा है। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि छत्तीसगढ़ में बाग-बगीचों के रकबे और उत्पादन में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। राज्य के किसान अब फलों के बाग लगाने में भी रूचि ले रहे हैं। पिछले छह वर्षों में राज्य में...
More »बीज का अकाल, मचा बवाल
भागलपुर। 'बाबू आय बीया नैय मिल्लै तैय खेती चौपट हो जैते। अगर राति वर्षा हो गैलय तैयार बिचड़ा ले ली बीया की बुआई में बहुत परेशानी हो तैय।' यह कहते- कहते जगदीशपुर प्रखंड के खुटहा निवासी किसान राम जनम यादव की आंखें नम हो गई। वे गुरूवार को अनुदानित दर पर धान का बीज लेने कृषि कार्यालय परिसर स्थित बीज निगम के गोदाम आए थे। लेकिन उन्हें बीज की कमी...
More »बिहार में किसान बेजार
बारिश की बेरुखी ने बिहार के किसानों को बेजार कर दिया है। इसकी वजह से राज्य में अब तक सिर्फ 40 फीसदी खेतों में ही रोपनी हुई है। बारिश के इंतजार में आसमान की ओर टकटकी लगाए किसान अब मध्यम और छोटी अवधि वाली फसलों को खेती करने की तैयारी कर रहे हैं। गया के किसान रामचंद्र सिंह बताते हैं, 'आर्द्र नक्षत्र शुरू हो गया है, लेकिन कहीं बारिश का नामोनिशान तक...
More »विद्रोह के केंद्र में दिन और रातें
जाने-माने मानवाधिकार कार्यकर्ता और ईपीडब्ल्यू के सलाहकार संपादक गौतम नवलखा तथा स्वीडिश पत्रकार जॉन मिर्डल कुछ समय पहले भारत में माओवाद के प्रभाव वाले इलाकों में गए थे, जिसके दौरान उन्होंने भाकपा माओवादी के महासचिव गणपति से भी मुलाकात की थी. इस यात्रा से लौटने के बाद गौतम ने यह लंबा आलेख लिखा है, जिसमें वे न सिर्फ ऑपरेशन ग्रीन हंट के निहितार्थों की गहराई से पड़ताल करते हैं, बल्कि माओवादी...
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