रायपुर. छत्तीसगढ़ में अब असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को पेंशन मिलेगी। विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर कृषि उपज मंडी मंे हुए राज्य श्रम दिवस समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सोमवार को नई पेंशन योजना की शुरुआत की। योजना के दायरे में 18 से 55 वर्ष तक आयु समूह के निर्माण श्रमिकों को शामिल किया गया है। इसके तहत उन्हें सालाना 200 रुपए न्यूनतम अंशदान देने पर एक हजार रुपए...
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कड़वे बादाम : दिल्ली के बादाम उद्योग में मज़दूरों का शोषण
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दूर-दराज़ कोने में बसी हुई, शोर-ग़ुल और चहल-पहल भरी करावलनगर की बस्ती, अनौपचारिक क्षेत्र के उद्यमों का एक उभरता हुआ केन्द्र है, जहाँ बड़ी संख्या में प्रवासी मज़दूर और उनके परिवारों को रोज़गार मिलता है। ये उद्यम किसी भी मानक से छोटे नहीं है। वैश्विक सम्बन्धों की जटिल श्रृंखला में बँधे ये उद्यम, सालभर चालू रहते हैं और हज़ारों मज़दूरों के रोज़गार का स्रोत हैं। कई करोड़...
More »विषाक्त सत्तू खाने से 10 मजदूरों की मौत, 4 बीमार
जहानाबाद/पटना| बिहार के जहानाबाद के राजा बजार स्थित एक निर्माणाधीन मकान में काम कर रहे 10 मजदूरों की सोमवार की देर रात विषाक्त सत्तू खाने से मौत हो गई जबकि तीन लोग अब भी बीमार बताए जा रहे हैं। इधर, सरकार ने मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव ब्यासजी ने मंगलवार को बताया कि सरकार ने मृतकों के आश्रितों को...
More »ढाई एकड़ तक कृषि भूमि वाले असंगठित मजदूर
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में ढाई एकड़ तक कृषि भूमि वाले किसानों को असंगठित मजूदरों की श्रेणी में रखने का फैसला किया है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के सीमांत किसानों और भूमिहीन खेतिहर मजदूरों के हित में निर्णय लेकर उन्हें असंगठित मजदूरों के रूप में मान्यता दी है। राज्य के श्रम मंत्री चन्द्रशेखर साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ में ढाई...
More »बुजुर्गों के लिए इज्जत की जिन्दगी -आईए, एक अभियान का हिस्सा बनें
बुजुर्गों की जीवन-संध्या पूरी गरिमा और बिना किसी अभाव के बीते- यह हर सभ्य समाज का नैतिक दायित्व है। बुजुर्गों के प्रति इसी दायित्व-भाव से पेंशन परिषद् दिल्ली में जन्तर-मन्तर पर अगामी 7 मई से 11 मई(2012) तक एक अभियान के तहत धरने का आयोजन कर रहा है। धरने के आयोजन के पीछे मकसद एकदम सरल और सहज है, और इस मकसद को पूरा करने का वक्त अब आ चुका है। आगे की पंक्तियों को...
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