कोई और देश यहां भूख मिटाने नहीं आयेगा. संविधान में भी कहा गया है कि लोगों की भूख मिटाना सरकार का दायित्व है. ऐसे में भूखे लोगों की उपेक्षा कर अनाज का निर्यात अपराध ही है. देश में बंपर फसल को देखते हुए अनुमान है कि आगामी एक जून तक गेहूं और धान का भंडार करीब 7.5 करोड़ टन का हो जायेगा. दूसरी ओर देश में 32 करोड़ लोग आज भी...
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चीनी मिलों की बढ़ रही मिठास
पटनाः चीनी उत्पादन के मामले में अपना खोया गौरव प्राप्त करने की ओर बिहार धीरे-धीरे बढ़ रहा है. पिछले कुछ वर्षो से बिहार में चीनी उत्पादन में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. इस वर्ष 15 मार्च तक राज्य की 11 चीनी मिलों में 40.44 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन हुआ. यह पिछले वर्ष इस अवधि तक हुए उत्पादन से 3.62 लाख क्विंटल अधिक है. इसी वर्ष शुरू...
More »झारखंड से पांच और खनिजों के भंडार खत्म
रांची। प्रदेश में एसबेस्टस के बाद पांच और खनिजों का भंडार खत्म हो गया है। हाल तक ऐपेटाइट, बेराइट, क्रोमाइट, वर्मिकुलाइट और मैगनीज प्रदेश की मेटल इंडस्ट्री के विकास के लिए महत्वपूर्ण साधन थे। इनमें मैगनीज का उत्पादन बंद हो जाना तो प्रदेश की स्टील प्रोसेंग इंडस्ट्री के लिए एक धक्के की तरह है। इस महत्वपूर्ण कच्चे माल की स्थानीय स्तर पर प्राप्ति न होने से अब दूसरे स्थानों से मैगनीज अयस्क...
More »पूंजी के प्रतीकों पर प्रश्नचिह्न् : केविन रैफर्टी
जरूरत है.. जरूरत है.. जरूरत है.. 60 करोड़ नए जॉब्स की जरूरत है। इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन (आईएलओ) की जनवरी 2012 की रिपोर्ट की यह हैडलाइन पूरी दुनिया के लिए एक चेतावनी की तरह है। रिपोर्ट कहती है कि अगले एक दशक में 60 करोड़ नए उत्पादक जॉब सृजित करने की आसन्न चुनौती का सामना करने के लिए दुनिया को अब कमर कस लेनी चाहिए। प्रेस और बीबीसी ने इस...
More »चीनी उत्पादन में अव्वल होगा बिहार
पटना : चीनी उत्पादन में बिहार फिर शीर्ष पर होगा. राज्य सरकार की पहल व किसानों के हौसले से यह उम्मीद जगी है. 1950-60 के दशक में देश में कुल खपत का 60 फीसदी चीनी का उत्पादन यहीं होता था. आज हम अपनी जरूरत को भी पूरा नहीं कर पाते. राज्य में सालाना आठ लाख टन चीनी की खपत है, जबकि उत्पादन चार लाख टन ही है. लेकिन, अब स्थिति बदलने लगी...
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