SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 7339

मैं इसलिए नहीं लगवाउंगा कोविड वैक्सीन

-आउटलुक, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर विकास बाजपेयी कहते हैं कि वह कई कारणों से वैक्सीन नहीं लेंगे। वैक्सीन को लेकर कोई गर्व करने या उदास होने के लिए इसमें कुछ भी नहीं है। सबसे बड़ा सवाल वैक्सीन की प्रमाणिकता का है जिसका सरकार के पास डेटा ही नहीं है। मुझे लगता है कि सरकार के पास वैक्सीन की बीन बजाने के अलाना कोई विकल्प नहीं है, केवल लोगों का...

More »

टीआरपी घोटाला: बार्क कैसे डेटा की हेरा-फेरी में रहस्यमय बनी हुई है

-न्यूजलॉन्ड्री,  भारत का नंबर वन अंग्रेजी न्यूज़ चैनल कौन सा है. रिपब्लिक टीवी या टाइम्स नाउ? असल में, इसका जवाब किसी को नहीं पता क्योंकि टीआरपी में घपले की जारी जांच की वजह से हम सब रेटिंग को लेकर अंधेरे में हैं. ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल- जो अपने आप को विश्व की सबसे बड़ी दर्शकों की गणना करने वाली कंपनी कहती है, पर घपले के आरोप लगे लगभग तीन महीने हो चुके...

More »

इस साल बदलेगी पर्यावरण संरक्षण की वैश्विक कोशिशों की दशा और दिशा

-जनपथ, बात प्रकृति की हो तो ऐसा लगता है कि 2021 एक निर्णायक वर्ष साबित होगा। निर्णायक इसलिए क्योंकि इस साल दुनिया भर की सरकारें और पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय संस्थाएं प्रकृति को हो रहे नुकसान को रोकने और बुरे असर को पलटने के लिए एकजुट हो रही हैं। इस क्रम में बीती 11 जनवरी को फ्रांस में वन प्लैनेट समिट का आयोजन हुआ। इस समिट का उद्देश्य था जैव विविधता...

More »

इतने खतरे के बाद भी भारत चीनी टेलिकॉम कंपनियों पर यूरोप जैसी कार्रवाई क्यों नहीं कर पा रहा है?

-सत्याग्रह, केंद्र की मोदी सरकार ने पिछले दिनों राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए दो ऐसे फैसले लिए जिसने चीन को चिंतित कर दिया है. पहले सरकार ने दूरसंचार और ऊर्जा क्षेत्र में चीन के कई उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया. कहा जा रहा है कि इन उपकरणों पर ‘स्पाईवेयर’ या ‘मालवेयर’ की चिंता के चलते रोक लगाई गई है. इसके बाद सरकार ने टेलिकॉम सेक्टर के लिए ‘नेशनल...

More »

इस साल यानी 2021 में घर ख़रीदना फ़ायदेमंद या नुकसानदेह

छवि डांग अपने नए निवेश से काफ़ी खुश हैं. उन्होंने अपने सपनों का घर ख़रीदा है. बीबीसी से वो कहती हैं, "मैं हमेशा साउथ मुंबई में रहना चाहती थी. इस महामारी के दौरान ये मुमकिन हो पाया क्योंकि बाज़ार में कीमतों में कमी आई. वो प्रॉपर्टी जो आमतौर पर 7 से 8 करोड़ रुपये में मिलती थीं, अब 5 से 6 करोड़ में मिल रही हैं. होम लोन भी सस्ता...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close