जयपुर.प्रदेश में इस बार मानसून की देरी 20 जिलों पर भारी पड़ रही है। मारवाड़ और मेवाड़ अभी तक सूखे रहे हैं। मौसम विभाग तथा सिंचाई विभाग के आंकड़ों के अनुसार 9 जुलाई तक 33 में 20 जिले सूखे से जूझ रहे हैं। इस बार एक भी जिले में पिछले साल की तरह अतिवृष्टि के हालात नहीं बने। जबकि पिछले साल 9 जुलाई तक 12 जिलों में भारी बारिश हुई थी।...
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सहजीवन का नीड़- प्रियंका दुबे( तहलका)
ध्य प्रदेश के ग्वालियर में बना विवेकानंद नीड़म बताता है कि जीवन और प्रकृति के बीच सामंजस्य कितना सुंदर हो सकता है. प्रियंका दुबे की रिपोर्ट. उम्मीद का रंग शायद हरा होता होगा. सूखती नदियों और लगातार दूषित हो रहे पर्यावरण की चिंताओं वाले दौर में विवेकानंद नीड़म को देखकर पहला ख्याल यही आता है. चंबल के सूखे बीहड़ों में बने इस हरे भरे 'आश्रम' को सहजीवन की उस धारणा...
More »भोजन बर्बाद करने की इज्जत- अरुण कुमार त्रिपाठी
जनसत्ता 2 जुलाई, 2012: भोजन की बरबादी को सामाजिक प्रतिष्ठा माना गया है। उत्तर भारत की एक कहानी इस पाखंड को बखूबी बयान करती है। पिता ने अपने पुत्र को समझाया कि जब भी किसी और के घर आयसु (न्योता) खाने जाओ तो थोड़ा-बहुत भोजन छोड़ दिया करो। बेटे ने पूछा, पिताजी ऐसा क्यों? पिता ने समझाया कि बेटा, वह इज्जत है। आयसु खाते समय बेटे को पिता की हिदायत भूल...
More »मानसून में देरी: धान की खेती पर मंडराया संकट, किसान चिंतित
बल्लभगढ़. मानसून आने में देरी और बिजली की किल्लत के चलते जिले में धान सहित अन्य फसलों की खेती पर संकट मंडरा रहा है। किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें झलकने लगी हैं। 15 जून से धान की रोपाई शुरू हो जाती है, लेकिन अभी तक नाममात्र ही रोपाई हुई है। किसानों का कहना है कि न बारिश हो रही न बिजली मिल रही, इसलिए ऐसे में धान की...
More »बिहार पर मंडरा रहे हैं सूखे के बादल!
पटना| बिहार के कुछ जिलों में एक बार फिर सुखे का अंदेशा बना हुआ है। बारिश के लिए विख्यात आषाढ़ का महीना बीत गया और सावन आने वाला है, लेकिन राज्य के कुछ इलाकों को छोड़ दिया जाए तो अब तक आसमान पर काले मेघ देखने को नहीं मिले हैं। मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में अब तक सामान्य से 44 प्रतिशत कम बारिश हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि 31...
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