लगभग 75 फीसदी क्षेत्र और 90 फीसदी आबादी तक पैठ जमाकर मोबाइल ने देश के कोने-कोने में अपनी असरदार उपस्थिति दर्ज कराई है। आधुनिकतम तकनीकों, न्यूनतम शुल्क दरों और अनूठे बिजनेस मॉडलों के जरिये भारत ने दुनिया को दिखा दिया है कि जोश, कुशलता और उद्यमिता की बदौलत विश्व स्तर के उद्योग को कुछ ही वर्षों में कैसे खड़ा किया जाता है। देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में पांच...
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जेएनएनयूआरएम परियोजना का नाम बदलना चाहती है केंद्र सरकार
कोलकाता: केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नयी सरकार बनने के बाद राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार के साथ उसकी खींचतान शुरू हो गयी है. राज्य के शहरी विकास मामलों के मंत्री फिरहाद हकीम ने आरोप लगाया है कि मोदी के नेतृत्ववाली केंद्र सरकार ने पूर्व में यूपीए (दो) सरकार द्वारा मंजूर की गयी दो परियोजनाओं को रद्द कर दिया है. ये परियोजनाएं जवाहरलाल नेहरू नेशनल अर्बन रिन्युअल मिशन (जेएनएनयूआरएम)...
More »कमजोर मॉनसून के खिलाफ कसी कमर
नई दिल्ली। मॉनसून कमजोर पड़ने की खबरों और खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कमर कस ली है। इससे निपटने के लिए बुलाई गई बैठक में प्रधानमंत्री ने आकस्मिक योजना के क्रियान्वयन में केंद्र और राज्यों के बीच नजदीकी समन्वय पर जोर दिया है। उन्होंने राज्यों से जमाखोरी और कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने व ऐसे मामलों की जल्द...
More »उप्र का पहला सौ फीसद शौचालय वाला गांव बनेगा कटरा
बदायूं, ब्यूरो। दो किशोरियों की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी। गंगा कटरी का सआदतगंज सूबे का पहला ऐसा गांव बनेगा, जहां हर घर में शौचालय होगा। इस अभियान की शुरुआत की है सुलभ इंटरनेशनल ने। कार्य पूरा होने पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह को कटरा सआदतगंज बुलाने की योजना है। साथ ही सुलभ इंटरनेशनल अन्य गांवों में भी शौचालय बनाने की प्रक्रिया शुरू करेगा। इसके लिए सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक डॉ. बिंदेश्वर...
More »स्मार्ट सिटी एक सौ, और गांव?- कृष्ण प्रताप सिंंह
नयी सरकार को समझना चाहिए कि गांवों ने पिछली सरकार को अपनी क्रूर नासमझी में समझने से मना कर दिया था कि जस के तस पड़े बदहाली पर रोते गांव यदि स्मार्ट नहीं होंगे, तो वे शहरों को भी स्मार्ट नहीं ही होने देंगे. गांवों के इस देश के नये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिलहाल देश में सौ स्मार्ट सिटी चाहिए! इस बात को वे आजकल विभिन्न अवसरों पर बार-बार दोहरा...
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