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हजारों किसानों को चपत लगने के बाद पता चलेगा, बीज था बेकार

डॉ. अमरनाथ गोस्वामी, ग्वालियर(मध्‍यप्रदेश)। हर सीजन में बीजों की सैंपलिंग में लेट-लतीफी और जांच में लगने वाले लंबे समय के कारण यह पूरी प्रक्रिया कागजी कवायद बन कर रह गई है। बीज परीक्षण प्रयोगशाला में जब तक इस बात का खुलासा हो पाता है कि बेचा गया बीज अमानक था तब तक किसान के खेतों में फसल पकने की स्थिति में आ चुकी होती है। ग्वालियर स्थित मध्‍यप्रदेश की इकलौती बीज...

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एक रुपए खर्च नहीं और खुले में शौच से मुक्त हो गए 69 गांव

हरदा (मध्‍यप्रदेश)। ऑपरेशन मलयुद्घ (खुले में शौच से मुक्ति) से हरदा जिले की 39 पंचायतों के 69 गांव खुले में शौच के कलंक से मुक्त हो गए। अब अगले छह माह में पूरे जिले की 213 पंचायतों को भी इस कलंक से मुक्ति दिलाने के लिए अभियान छेड़ा जाएगा। इसे सफल बनाने के लिए न तो एक रुपए का अलग से बजट खर्च किया गया और न ही श्रेय लूटने...

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एक रुपए खर्च नहीं और खुले में शौच से मुक्त हो गए 69 गांव

हरदा (मध्‍यप्रदेश)। ऑपरेशन मलयुद्घ (खुले में शौच से मुक्ति) से हरदा जिले की 39 पंचायतों के 69 गांव खुले में शौच के कलंक से मुक्त हो गए। अब अगले छह माह में पूरे जिले की 213 पंचायतों को भी इस कलंक से मुक्ति दिलाने के लिए अभियान छेड़ा जाएगा। इसे सफल बनाने के लिए न तो एक रुपए का अलग से बजट खर्च किया गया और न ही श्रेय लूटने...

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भारत में गरीबी के खिलाफ लड़ाई- सिद्धार्थ जॉर्ज एवं अरविंद सुब्रमण्यन

बच्चों को स्कूल भेजने और उनके टीकाकरण की शर्त पर गरीब परिवारों को नकद हस्तांतरण योजना ने भारत में गरीबी घटाने और मानव स्वास्थ्य में सुधार का प्रभावी रास्ता दिखाया है। लैटिन अमेरिका को सशर्त नकद हस्तांतरण योजना का जन्मदाता माना जाता है;1990 के दशक के उत्तरार्ध में मैक्सिको में इसकी शुरुआत हुई और अगले एक दशक में यह पूरे ब्राजील में फैल गई। भारत में गरीबी दूर करने में...

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जमीन पर न उतर सकीं अरबों की रेल परियोजनाएं

दिलीप सिंह, अमेठी। सरकार क्या बदली, योजनाओं की रफ्तार भी थम गई यहां। विकास मीलों पीछे और राजनीति कोसों आगे हो गई है। अमेठी व रायबरेली के लोगों की उम्मीदें "राजनीतिक शिकार" हो गई हैं। यहां कभी गाजे-बाजे के साथ शिलान्यास की गई अरबों की रेल परियोजनाओं की शिलाएं अपनी दुर्दशा पर जार-जार रो रही हैं। यह तो बानगी भर है जनाब। न जाने और कितनी योजनाएं अपने पूरा होने की...

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