अहमदाबाद, दो जनवरी (एजेंसी) गुजरात दवा नियंत्रण प्रशासन :जीएफडीसीए: ऐसी त्वरित खोज किट विकसित कर रहा है जिनके जरिए नकली दवाओं का जल्द पता लगाया जा सकेगा। यह परियोजना अमेरिका के शीर्ष स्वास्थ्य निकाय स्वास्थ्य एवं मानव सेवा विभाग के साथ सहयोग में शुरू की गई है और अपनी तरह की पहली परियोजना है। जीएफडीसीए के एचजी कोशिया ने पीटीआई को बताया, े स्वास्थ्य एवं मानव सेवा, यूएसएफडीए से तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल...
More »SEARCH RESULT
चीनी उत्पादन में अव्वल होगा बिहार
पटना : चीनी उत्पादन में बिहार फिर शीर्ष पर होगा. राज्य सरकार की पहल व किसानों के हौसले से यह उम्मीद जगी है. 1950-60 के दशक में देश में कुल खपत का 60 फीसदी चीनी का उत्पादन यहीं होता था. आज हम अपनी जरूरत को भी पूरा नहीं कर पाते. राज्य में सालाना आठ लाख टन चीनी की खपत है, जबकि उत्पादन चार लाख टन ही है. लेकिन, अब स्थिति बदलने लगी...
More »पंचायतों में नियुक्त होंगे 8442 मीन मित्र
पटना : मछली उत्पादकों को अब तकनीकी सहयोग मिलेगा. पंचायत स्तर पर मछली उत्पादन को बढ़ावा देने व मत्स्य योजनाओं का लाभ उत्पादकों तक पहुंचाने के लिए हर पंचायत में मीन (मछली) मित्र की नियुक्ति होगी. सरकार 8,442 मीन मित्रों और उनके पर्यवेक्षण के लिए सभी 534 प्रखंडों में पारा एक्सटेंशन वर्कर की नियुक्ति करेगी. 20 दिसंबर को कृषि कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव की स्वीकृति के बाद नियुक्ति प्रक्रिया...
More »जाल का जंजाल- विनीत नारायण
जबसे दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने फेसबुक और अन्य सोशल नेटवर्किंग साइटों पर नकेल कसने की बात की है, तब से इंटरनेट से जुड़े देश के करोड़ों लोगों में उबाल आ गया है। सिब्बल ने इससे पहले इंटरनेट कंपनियों के मालिकों से बात की थी। सरकार ने गुगल, याहू, माइक्रोसॉफ्ट और फेसबुक के अधिकारियों से कहा था कि वे अपनी साइटों पर से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रधानमंत्री मनमोहन...
More »किसानों की दुर्दशा के लिए कौन जिम्मेदार- राम कौंडिन्या
भारतीय किसान की तस्वीर आज भी कमोबेश कक्षा आठ में लिखे जाने वाले उस निबंध से बाहर नहीं निकल पाई है, जहां हम पहली लाइन में तो यह लिखते थे कि किसान देश का पेट पालते हैं, लेकिन आखिरी लाइन यही रहती थी कि किसान किसानी से इतना कमा नहीं पाते कि वे अपना पेट पाल सकें। भारतीय किसान की यह तस्वीर बदलती क्यों नहीं है? जीवन के हर हर क्षेत्रों में...
More »