मृगेन्द्र पांडेय, रायपुर। देश में कोल ब्लॉक आवंटन रद्द होने के बाद छोटे उद्योग संकट में आ गए हैं। छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर कोयले का संकट पैदा होने के कारण कई उद्योग बंद होने के कगार पर पहुंच गए हैं। कई बड़े उद्योगों में 100 से 200 कर्मचारियों की छंटनी भी की जा रही है। पिछले एक महीने में प्रदेश में संचालिक पॉवर प्लांट, सीमेंट फैक्ट्री और कोयले पर...
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काले धन के मसले पर बदलता रुख - आकार पटेल
भारतीयों ने कितना काला धन विदेशों में रखा है? इस बारे में किसी को सही-सही जानकारी नहीं है. सरकार को भी नहीं! वर्ष 2011 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 80 बिलियन डॉलर काला धन होने के अनुमान पर सवाल उठाते हुए कहा था कि यह बहुत बढ़ा-चढ़ा कर बताया गया है. भारत के उद्यमियों के सबसे बड़े संगठन (एसोचैम) का कहना है कि काले धन का आंकड़ा दो ट्रिलियन...
More »क्या घट सकती है देश की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर !
नयी दिल्ली: राष्ट्रीय व्यावहारिक आर्थिक अनुसंधान परिषद (एनसीएईआर) ने वृद्धि परिदृश्य की अनिश्चितताओं के चलते मौजूदा वित्त-वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर का अपना अनुमान घटाकर पांच प्रतिशत किया है. दिल्ली की इस शोध संस्था ने इससे पहले अनुमान लगाया था कि 2014-15 में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 5.7 प्रतिशत रहेगी. एनसीएईआर ने एक बयान में कहा है कि मौजूदा अनिश्चितताओं के बीच अर्थव्यवस्था की बुनियादी हालत कमजोर हुई है पर एफडीआई...
More »संकट का तापमान (संपादकीय, जनसत्ता)
संयुक्त राष्ट्र ने एक बार फिर बढ़ते वैश्विक तापमान और उसके संभावित असर को लेकर आगाह किया है। लेकिन इस मसले पर अलग-अलग समय पर हुए वैश्विक सम्मेलनों के अलावा संयुक्त राष्ट्र के स्तर से जितने भी प्रस्ताव पेश किए गए, उनका हासिल किसी से छिपा नहीं है। संयुक्त राष्ट्र की आइपीसीसी यानी जलवायु परिवर्तन पर अंतरसरकारी समिति की बैठक पेरू के लीमा शहर में अगले महीने होने वाली है,...
More »सस्ते कर्ज के दम पर दुनिया में दबंगई - मोहन गुरुस्वामी
कल्पना करें कि आप किसी द्वीप पर रह रहे हैं और एक ऐसे छोटे-से समूह का हिस्सा है, जिसके हर सदस्य को कोई खास जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस सिस्टम में कोई कपड़े बनाता है, कोई जूते तो कोई बर्तन। कोई अनाज उगाता है तो कोई अन्य वस्तुओं और सेवाओं के विनिमय के लिए नोट छापता है। जूते बनाने वाला पैसे लेकर जूते बेचता है और उन पैसों से अपना...
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