पटना : किसी भी राज्य की पहचान वहां की भाषा होती है. इस बार आये इंटर रिजल्ट को देखें तो बिहार के छात्रों की भाषा ही गड़बड़ है. अब हम बात अंगरेजी की करें या हिंदी या फिर किसी भी क्षेत्रीय भाषा की, तमाम भाषा में बिहार के छात्र पिछड़ गये हैं. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इंटर का रिजल्ट कुछ ऐसा ही बयान कर रहा है. समिति की मानें...
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ताकि हर बच्चे को मिले अच्छी शिक्षा-- हरिवंश चतुर्वेदी
संख्या के आधार पर देखा जाए, तो दुनिया में भारत की स्कूली शिक्षा-व्यवस्था चीन के बाद दूसरे स्थान पर होगी। देश के15 लाख स्कूलों में 26 करोड़ बच्चे पढ़ते हैं। इन 15 लाख स्कूलों में 11 लाख सरकारी और चार लाख प्राइवेट स्कूल हैं। प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाने वाले अध्यापकों की संख्या 85 लाख है, जिनमें से 47 लाख अध्यापक सरकारी स्कूलों में कार्यरत हैं। हर वर्ष सालाना परीक्षाओं में जब...
More »चेन्नई बनाम बुंदेलखंड: क्या राजनीतिक ताक़त के आधार पर सहायता मिलेगी?-- सुदीप श्रीवास्तव
आज इस समय पूरा देश और दुनिया भी, टीवी और सोशल मीडिया पर चेन्नई बारिश और बाढ़ की तस्वीरों से पटा पड़ा है। देश का ही एक दूसरा हिस्सा उत्तर प्रदेश का बुंदेलखण्ड, लगातार दूसरे साल भयानक सूखे का सामना कर रहा है। सूखा भी इतना भयंकर कि लोगों को खाने के लाले पड़े हुए हैं। पर यहां न तो प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के दौरे हो रहे हैं और न ही...
More »यूपी बोर्ड: सिर्फ हिंदी में फेल हो गए 1 लाख बच्चे
यूपी बोर्ड हाईस्कूल परीक्षा में तकरीबन एक लाख छात्र-छत्राएं हिंदी विषय में ही फिसड्डी साबित हो गए। हिंदी भाषी राज्य में इतने पड़े पैमाने पर विद्यार्थियों के फेल हो जाने से शिक्षा प्रणाली पर ही सवाल उठने लगे हैं। इन एक लाख विद्यार्थियों को अब अगली कक्षा में प्रवेश नहीं मिल सकेगा। यूपी बोर्ड का नियम है कि हाईस्कूल की हिंदी विषय की परीक्षा में फेल हुए तो आगे बढऩे का...
More »सरकारी स्कूलों के ज्यादातर बच्चे नहीं बोल पाते ए, बी, सी, डी...
रायपुर। स्कूल शिक्षा विभाग इस बार पहली से आठवीं तक वार्षिक परीक्षा लेने की तैयारी कर रहा है। वहीं सरकारी स्कूलों में पिछले चार-पांच सालों से सतत मूल्यांकन के नाम पर चल रहे फेल न करने के खेल ने पढ़ाई का कबाड़ा कर दिया है। आलम यह है कि राजधानी के सरकारी स्कूलों के पांचवीं क्लास के ज्यादातर बच्चे अंग्रेजी की ए, बी, सी, डी...(अल्फाबेट) भी ठीक से नहीं बोल पाते...
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