SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 610

साल 2023 में 204 बाघों की मौत, सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में मरे: रिपोर्ट

डाउन टू अर्थ, 27 दिसम्बर  इस साल 1 जनवरी से 25 दिसंबर तक भारत में 204 बाघ मारे गए। यह एक रिकॉर्ड है। गैर-लाभकारी संस्था, वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन सोसाइटी ऑफ इंडिया (डब्ल्यूपीएसआई) ने अपनी एक रिपोर्ट में यह खुलासा किया है। रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में सबसे अधिक 52 बाघ मरे हैं। इसके बाद दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश है, जहां 45 बाघों की मौत हुई। यहां यह उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश...

More »

तम‍िलनाडु: बदलते मौसम का असर, पारंपर‍िक धान की खेती से दूर जा रहे क‍िसान

इण्डियास्पेंड, 20 दिसम्बर  तमिलनाडु के ज‍िला तंजावुर की पंचायत ओझुगासेरी में रहने वाले दिनेश पांडीदुरई और उनके जैसे कई अन्य किसानों ने गर्मी ने लगने वाली धान की क‍िस्‍म सांबा ना लगाने का फैसला किया है। लंबे समय तक ज्‍यादा गर्मी और उसके बाद मानसून सीजन में अच्‍छी बार‍िश ना होने की वजह से इस क्षेत्र का भूजल सूख गया है। पानी की द‍िक्‍कत उन खेतों में भी है जो कोल्लीडैम नदी...

More »

हर रोज 154 किसान और दिहाड़ी मजदूरों ने की आत्महत्या: NCRB रिपोर्ट

गाँव सवेरा, 4 दिसम्बर  एनसीआरबी यानी राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की 2022 की सालाना रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर रोज लगभग 154 किसान और दिहाड़ी मजदूरों ने पारिवारिक समस्याओं और बीमारी के कारण आत्महत्या की है. वहीं 2021 में किसान और दिहाड़ी मजदूरों के हर रोज आत्महत्या करने की संख्या 144 थी. रिपोर्ट के अनुसार किसानों की आत्महत्या के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में दर्ज किए गए, इसके बाद कर्नाटक,...

More »

जानवरों के हमलों में हताहतों की संख्या में 19 फीसदी का इजाफा: एनसीआरबी

डाउन टू अर्थ, 3 दिसम्बर  राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में जानकारी दी है कि 2021 के मुकाबले 2022 में जानवरों के हमलों में मारे गए या घायल लोगों की संख्या में 19 फीसदी का इजाफा हुआ है। केंद्र सरकार द्वारा चार दिसंबर, 2023 को जारी रिपोर्ट "क्राइम इन इंडिया 2022" के हवाले से पता चला है कि जहां जानवरों के हमलों में 2021 के दौरान 1,264 से...

More »

मछुआरों के देवता में प्राण फूंकने वाला इकलौता मूर्तिकार

पारी, 20 सितम्बर कन्निसामी उत्तरी तमिलनाडु में थिरूवल्लूर ज़िले के तटवर्ती इलाकों में बसे गांवों की सीमाओं की रक्षा करते हैं. मछुआरा समुदायों के यह संरक्षक देवता उसी समुदाय के किसी आम आदमी जैसा दिखते हैं, जो भड़कीले रंगों वाली क़मीज़ें पहनते हैं और वेटि (सफ़ेद धोती) के साथ-साथ माथे पर एक टोपी भी धारण करते है. मछुआरे समंदर में प्रवेश करने से पहले उनकी पूजा करते हैं और अपनी सुरक्षित...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close