द वायर, 22 जनवरी देश में स्कूलों में शौचालय, पेयजल, मिड-डे मील, पुस्तकालय, कम्प्यूटर, बिजली कनेक्शन जैसे शिक्षा के अधिकार से जुड़े स्कूली मानकों में सुधार की रफ्तार बेहद मामूली है और अभी भी एक चौथाई (23.9 प्रतिशत) स्कूलों में पीने के लिए पानी तक उपलब्ध नहीं है. साथ ही लगभग एक चौथाई स्कूलों (23.6 प्रतिशत) में विद्यार्थी शौचालय की सुविधा का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं. स्कूलों के हालात को...
More »SEARCH RESULT
राजस्थान के कई गांवों में फ्लोराइड की वजह से लोग सह रहे दिव्यांगता का दंश
एनडीटीवी, 16 जनवरी दो चचेरे भाई जिनकी उम्र क्रमश: 18 और छह साल हैं, पैरों के टेढ़ेपन और विकास अवरूद्ध होने की समस्या का सामना कर रहे हैं. वे दोनों ही अकेले इस समस्या से परेशान नहीं हैं क्योंकि उनके संयुक्त परिवार में कई बच्चे और बुजुर्ग भी जोड़ों के दर्द से ग्रस्त हैं. वे जानते हैं कि इन समस्याओं की जड़ में वह पानी है जो वे पी रहे हैं...
More »कर्नाटक: दलित महिला के टंकी से पानी पीने के बाद उसे कथित तौर पर गोमूत्र से साफ़ किया गया
द वायर, 21 नवंबर कर्नाटक के चामराजनगर के हेग्गोतरा गांव में एक दलित महिला द्वारा सामुदायिक पेयजल टैंक से पानी पीने के बाद गांव के ‘उच्च जाति’ के लोगों द्वारा कथित तौर पर टैंक का पूरा पानी निकालकर इसे गोमूत्र से धोकर ‘शुद्ध’ करने का मामला सामने आया है. न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, घटना बीते 18 नवंबर को दलित समुदाय के एक शादी समारोह में हुई. शादी में...
More »गरीबी और असमानता
[inside] इंडिया में आर्थिक असमानता: “अरबपति राज” में ब्रिटिश राज से भी ज्यादा है असमानता - रिपोर्ट [/inside] इंडिया के भौगोलिक आकार और जनसंख्या, जो अब दुनिया में सबसे अधिक है, को देखते हुए इंडिया में आर्थिक विकास का वितरण विश्व की आर्थिक असमानता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। इसलिए इंडिया में आय और संपत्ति की असमानता को सटीक रूप से मापना अत्यधिक आवश्यक है। हाल ही में वर्ल्ड इनइक्वलिटी डाटाबेस ने...
More »पानी और साफ-सफाई
खास बात - भारत में खुले में शौच करने वाले लोगों की संख्या 626 मिलियन है। यह संख्या 18 देशों में खुले में शौच करने वाले लोगों की संयुक्त संख्या से ज्यादा है।# -ग्रामीण इलाकों में केवल २१ फीसदी आबादी के घरों में शौचालय की व्यवस्था है।* -पेयजल आपूर्ति विभाग के आंकड़ों के हिसाब से कुल १,५०,७३४९ ग्रामीण मानव बस्तियों में से केवल ७४ फीसदी में पूरी तरह और १४ फीसदी में...
More »