जमीन में पानी का अकूत भंडार है। यह पानी का सर्वसुलभ और स्वच्छ स्रोत है। लेकिन यदि एक बार दूषित हो जाए तो इसका परिष्करण लगभग असंभव होता है। भारत में जनसंख्या बढ़ने के साथ घरेलू इस्तेमाल, खेती और औद्योगिक उपयोग के लिए भूगर्भ जल पर निर्भरता बढ़ती जा रही है। जमीन से पानी निकालने की प्रक्रिया ने भूजल को खतरनाक स्तर तक जहरीला बना दिया है। इसके लिए समाज...
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किसानों की उम्मीद पर फिरा पानी, आंधी और ओलावृष्टि से फसल तबाह
होली की खुशियां खत्म भी नहीं हुईं थीं कि रविवार को आंधी, ओलावृष्टि और बारिश ने किसानों को गम के आंसुओं में डुबो दिया। मथुरा जनपद के अलग-अलग क्षेत्रों में रुक-रुक कर हुई ओलावृष्टि से गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। नौहझील क्षेत्र में सर्वाधिक नुकसान का अनुमान है। किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें हैं, किसानों को इस बार अच्छी फसल की उम्मीद थी। हलधर दाऊजी महाराज...
More »केपटाउन कहीं भी दस्तक दे सकता है -- अनिल प्रकाश जोशी
दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन की जल त्रासदी चौंकाने से ज्यादा डराने वाली है। यह दुनिया के बेहतरीन शहरों में से एक माना जाता है और हमेशा अपनी खूबसूरती के लिए चर्चा में रहा है। लेकिन आज केपटाउन दूसरी वजह से सुर्खियों में है। यहां पानी का संकट अपने चरम पर पहुंच चुका है। पिछले एक दशक से वैसे भी यह शहर पानी की किल्लत से गुजर ही रहा था और...
More »देश के कई हिस्सों में मौसम का कहर, बारिश और ओलों से फसल को नुकसान
नई दिल्ली। रविवार के दिन देश के कई राज्यों में मौसम ने अचानक अपना रुख बदला और नतीजा यह रहा है कि मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में ओले गिरने से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। बारिश व ओले के कारण मध्यप्रदेश में 6 की मौत हो गई वहीं फसलों को नुकसान भी पहुंचा है। इसके अलावा पहाड़ों में हुई बर्फबारी से मैदानी इलाकों में तापमान में गिरावट नजर आई...
More »अर्थव्यवस्था सुधारने का मौका-- हिमांशु
आगामी 1 फरवरी को पेश होने वाला बजट मौजूदा सरकार का आखिरी पूर्ण बजट होगा। ऐसा इसलिए, क्योंकि 2019 का बजट लेखानुदान होगा। हालांकि मोदी सरकार का यह आखिरी पूर्ण बजट होगा या नहीं, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि 2019 में चुनावी नतीजा किस करवट बैठता है? इसका मतलब यह है कि आगामी बजट महज इसलिए महत्वपूर्ण नहीं है कि इससे अर्थव्यवस्था को कौन-सी दिशा मिलती है, बल्कि...
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