जनसत्ता, 10 दिसंबर,2011: कुछ घटनाएं महत्त्वपूर्ण होती हैं, पर सरकार और कई बार समाज भी उनका उतना संज्ञान नहीं लेता जितना लिया जाना चाहिए। अगर किसी घटना को नजरअंदाज करने से काम चल सकता है तो लोग सोचते हैं कि चला लेना ज्यादा सुविधाजनक है। भले ही देश या समाज को कितना भी आघात क्यों न पहुंचे। मणिपुर हमारे देश के पूर्वोत्तर का महत्त्वपूर्ण प्रदेश है। जब मैं वहां गया...
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पूर्वांचल में मासूमों की मौत का आंकड़ा 600 के पार
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के पूर्वाचल में इंसेफेलाइटिस से लगातार हो रही मासूमों की मौतों का आंकड़ा 602 तक पहुंच गया है। छह साल पहले पूर्वी उप्र में 602 मौते हुई थी। मासूमों की मौतों के सिलसिले के बीच राष्ट्रीय बाल अधिकार सुरक्षा आयोग भी नींद से जागा है। आयोग की कोर कमेटी के अध्यक्ष डा. योगेश दूबे ने गोरखपुर के इंसेफेलाइटिस प्रभावित गांवों का दौरा किया। इस साल छह सौ मौतों के...
More »कर्नाटक- आर्थिक वृद्धि के बीच कुपोषण से मरते बच्चे
कर्नाटक को भारत के आईटी सेक्टर में सफलता का सबसे ऊंचा झंडा गाड़ने वाला राज्य माना जाता है और विदे्शी निवेश के लिहाज से भी यह सबसे चहते राज्यों में शुमार है। कर्नाटक प्रति व्यक्ति आय के लिहाज देश के शीर्ष राज्यों में गिना जाता है। लेकिन आर्थिक विकास के निर्देशांकों के हिसाब से ऊंचे पायदान पर दिखने वाले इसी राज्य कर्नाटक में हजारों बच्चे कुपोषण के कारण मौत की...
More »बारहवीं योजना में स्वास्थ्य - राम प्रताप गुप्ता
पिछले दिनों सरकार ने बारहवीं पंचवर्षीय योजना का दृष्टिकोण पत्र जारी किया। आर्थिक विकास की ऊंची दर के बावजूद आम जनता विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित है। इसका प्रमुख कारण यही है कि आज भी सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं पर राष्ट्रीय आय का मात्र 1.2 प्रतिशत खर्च किया जाता है। नतीजतन लोगों को चिकित्सा व्यय का अधिकांश स्वयं वहन करना पड़ता है, जो उन्हें गरीबी रेखा से नीचे धकेल रहा है। सार्वजनिक...
More »मिड-डे मील में कॉकरोच, 22 बच्चे बीमार
नई दिल्लीसंगम विहार स्थित सर्वोदय सह शिक्षा माध्यमिक विद्यालय के मिड-डे मील में गुरुवार को परोसे गए भोजन को खाने से 22 बच्चे बीमार हो गए। बताया जाता है कि छोले-पूड़ी में कॉकरोच होने की वजह से बच्चे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए हैं। उधर, छात्रों की बिगड़ी हालत को लेकर अभिभावकों ने स्कूल में जमकर हंगामा किया। इसके बाद छात्रों को उपचार के लिए पहले स्थानीय डिस्पेंसरी फिर बत्रा अस्पताल में...
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